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Madhubani News : जेहन किशोरी मोरी, तेहने किशोर हे ” विधना लगाओल जोड़ी केहन बेजोर हे…

जनकपुर धाम स्थित विश्वप्रसिद्ध जानकी मंदिर परिसर में प्रभु श्रीराम-जानकी जी की विवाह महामहोत्सव मंगलवार की देर शाम मिथिला रीति रिवाज व मांगलिक गीतों के साथ संपन्न हुआ.

जनकपुर धाम से संजय राउत व रौशन ठाकुर.

जनकपुर धाम स्थित विश्वप्रसिद्ध जानकी मंदिर परिसर में प्रभु श्रीराम-जानकी जी की विवाह महामहोत्सव मंगलवार की देर शाम मिथिला रीति रिवाज व मांगलिक गीतों के साथ संपन्न हुआ. देश विदेश से पहुंचे साधु महात्मा सहित एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही. इस अवसर पर दिन रात लोकगीत, मंगल गीत गूंजता रहा. हर ओर से मंगल आजु जनकपुर घर-घर मंगल हे.. आहे मंगल दुलहा दुल्हिन..,चलु सखी हिल मिल जनक के आंगन, दूल्हा बनल श्रीराम हे…आदि वैवाहिक अवसरों पर प्रचलित मैथिली गीतो. से जनकपुर नगरी गूंजायमान हो रहा था. रंगभूमि मैदान में सियाराम जी की डोला को लगाए गए सात फेरे.

श्रीराम व किशोरी जी की डोली पर महिलाओं ने की पुष्पवर्षा

दोपहर करीब दो बजे श्रीराम मंदिर से भगवान श्रीराम व जानकी मंदिर से मां जानकी की डोली गाजेबाजे के साथ बारहबीघा मैदान के लिए निकली. डोली के पीछे लाखों की संख्या में साधु महात्मा व श्रद्धालु चल रहे थे. इस दौरान रास्ते में मकानों की छत से किशोरी जी की डोली पर महिलाओं ने पुष्पवर्षा की. उधर भगवान की डोली बारहबीघा मैदान पहुंचते ही जय श्रीराम जय किशोरी जी की उद्घोष से महौल भक्तिमय हो गया. हर तरफ जय श्रीराम जय जानकी जी की जयकारे लग रहे थे. इससे पूर्व जनकपुरधाम सहित गांव-गांव से राम-सीता की दर्जनों झांकियां बारहबीघा मैदान पहुंच भगवान की डोली की प्रतीक्षा कर रहे थे. इस दौरान जय श्रीराम जय किशोरी जी की उद्घोष से रंगभूमि मैदान गुंजयमान हो गया. इसी बीच किशोरी जी एवं प्रभु श्रीराम की डोली रंगभूमि मैदान पहुंची. जहां कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान श्रीराम व मां जानकी की डोली को साधु-संतों, कमेटियों व बारातियों ने सात फेरे दिलाए. फिर सात फेरे के बाद श्रीराम व मां जानकी की डोली की नगर परिक्रमा हुई. उसके बाद भगवान की डोली के साथ जानकी मंदिर के महंत राम तपेश्वर दास वैष्णव, उत्तराधिकारी कनिष्ठ महंत राम रोशन दास वैष्णव, विश्व हिंदू महासभा नेपाल के वरिष्ठ व उपाध्यक्ष चंद्र भूषण बाबा, मेयर प्रमुख मनोज साह, समेत रथ के पीछे हजारों श्रद्धालु चल रहे थे.

जानकी मंदिर परिसर में सुसज्जित मंडप में हुआ विवाहोत्सव

भगवान श्रीराम व सीता माता जी की विवाह मांगलिक गीतों के साथ जानकी मंदिर के प्रांगण में बनें सुसज्जित विवाह मंडप में मैथिली विधि-विधान के साथ संपन्न हुआ. इससे पहले भगवान राम व जानकी जी ने एक दूसरे के गला में फूलमाला डालकर स्वयंवर का रस्म पूरी की. स्वयंवर के समय बाराती और सराती पक्ष की ओर से हंसी-मजाक व रंग-अबीर का दौर भी चला. उसके बाद वैवाहिक रस्मों का शुभारंभ हुआ. इस अवसर पर अयोध्या से बारात के रुप में पहुंचे सैकड़ों साधु महात्माओं को वधु पक्ष की ओर से जानकी मंदिर के महंथ रामतपेश्वर दास वैष्णव व कनिष्क महंत राम रोशन दास वैष्णव ने मिथिला परंपरा के अनुसार पाग, फूलमाला व अंगवस्त्र से भव्य स्वागत किया. उसके बाद विवाह का रस्म शुरु हुई. इस अवसर पर जनकपुर की महिलाएं पारंपरिक मंगल गीत गाते हुए महोत्सव में चार चांद लगा रही थी. वहीं जयपुर से आए रामलीला की कलाकारों ने श्रीराम- जानकी समेत अन्य भूमिका में अपने मनमोहक दृश्य दिखाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.

मिथिलानियों ने मंगल गीतों से दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध

मंगल आजु जनकपुर घर- घर मंगल हे…मिथिला के नतवा से बढ़ी गेलै शान हे…. जेहन किशोरी मोरी, तेहने किशोर हे ” विधना लगाओल जोड़ी केहन बेजोर हे…एहन सुंदर मिथिला धाम दोसर पायब कोने ठाम, दुलहा दुल्हिन सीताराम जनकपुर में… आदि मंगल गीतों से पूरी रात जानकी मंदिर परिसर गुंजायमान हो रहे थे. मिथिलानियों के द्वारा गाए जा रहे इन पारंपरिक गीतों को सुन सभी आनंदित हो रहे थे. बीच-बीच में जय श्रीराम जय किशोरी जी के जयघोष से जनकपुर धाम गुंजायमान हो रहे थे.

जानकी मंदिर परिसर में अयोध्या से आए बाराती को किया गया स्वागत

जानकी मंदिर से किशोरी जी की डोली निकलने से पहले नेपाली सेना ने शाही धुन बजाकर माता जानकी का आह्वान किया. जहां साधु संत महंत समेत महिलाएं भी नाचती झूमती रही. उसके बाद जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंत ने बाराती बनकर अयोध्या से आए साधु महात्माओं समेत सभी अतिथियों को अंगवस्त्र देकर स्वागत की.

मंदिर परिसर ही बना श्रदालुओं का आवास

जनकपुरधाम में भगवान की विवाहोत्सव देखने के लिए इस वर्ष भी देश विदेश से लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंची. श्रदालुओं से पूरा जनकपुर धाम पटा हुआ था. जिनके सगे संबंधी यहां नहीं हैं, उनके लिए श्रीराम मंदिर, जानकी मंदिर समेत धाम के अन्य सामूहिक स्थल परिसर ही आवास बन गया . बाराती व श्रद्धालुओं के लिए जानकी मंदिर सहित धाम के दर्जनों मंदिरों में ही भंडारे का उत्तम व्यवस्था की गयी थी. दरअसल सदियों से चली आ रही आस्था के प्रतीक जनकपुर धाम में आयोजित विवाहोत्सव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कड़ाके की ठंड के बावजूद लाखों की संख्या में लोग पहुंचे हुए थे.

सुरक्षा का दिखा होगा चौबंद व्यवस्था

विवाहपंचमी के दिन सशस्त्र एसपी व एपीएफ एसपी के नेतृत्व में सुबह से ही सुरक्षा का चाक चौबंद व्यवस्था दिखा. इसके लिए नेपाल एपीएफ व सशस्त्र के पांच हजार से अधिक जवानों को तैनात किया गया था. संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरा भी लगा दी गयी थी. भारी संख्या में महिला पुलिस को भी तैनात किया गया था. जानकी मंदिर, श्रीराम मंदिर, रणभूमि मैदान सहित धाम के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया था.

आज है भगवान का राम कलेवा

जानकी मंदिर के कनिष्ठ महंत ने बताया कि आज शनिवार को दिन के एक बजे जानकी मंदिर परिसर में भगवान का राम कलेवा (मर्यादि) रस्म को पूरी करने के बाद अयोध्या की बाराती को विदाई देकर सात दिवसीय विवाहपंचमी महामहोत्सव सम्पन्न हो जाएगा.

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