मधुबनी. निडिल की आपूर्ति नहीं होने के कारण जिले में पशुओं को वैक्सीनेशन कार्य नहीं हो रहा है. जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. राजेश ने कहा कि प्रत्येक साल अक्टूबर महीने में पशुओं को गलघोंटू, लंगड़ी व बुखार से बचने के लिए जिले में एचएसबीक्यू टीकारण किया जाता है. सरकार के निर्देश के तहत 3 अक्टूबर को कुछ पशुओं को टीका लगाकर कार्यक्रम को शुरू कर दिया गया. उसके बाद टीकाकरण का कार्य निडिल नहीं रहने के कारण अभी तक चालू नहीं हो पाया है. पशुपालन पदाधिकारी ने कहा कि जिले में 8 लाख 80 हजार पशुओं को वैक्सीनेशन किया जाना है. वैक्सीनेशन हो जाने के बाद पशुओं को गलघोंटू, बुखार व लंगड़ी बीमारी से निजात मिलती है. उन्होंने कहा कि निडिल आपूर्ति के लिए विभाग द्वारा सक्षम लाइफ एजेंसी को बिहार के सभी 38 जिले में निडिल आपूर्ति करने का निर्देश दिया गया है. संबंधित एजेंसी द्वारा महज 16 जिले में निडिल की आपूर्ति की गयी है. उसके बाद शेष 22 जिले में निडिल की आपूर्ति नहीं हो पाया है. निडिल आपूर्ति के लिए विभाग ने कई बार पत्र लिखा. तब एक लाख 27 हजार निडिल की आपूर्ति की गयी. लेकिन उसके बाद अभी तक निडिल की आपूर्ति नहीं हो रही है. निडिल की आपूर्ति नहीं होने के कारण जिले में पशुओं का टीकाकरण नहीं हो रहा है. जिला पशुपालन पदाधिकारी ने कहा कि वैक्सीनेशन नहीं होने के कारण ठंड बढ़ने के बाद पशुओं को कई तरह की बीमारी हो सकती है. वैक्सीन भी मिल गया है. लेकिन निडिल नहीं रहने के कारण वैक्सीनेशन कार्य नहीं हो रहा है.
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