मधुबनी.
अल्पसंख्यक बालक छात्रावास राघोनगर भौआरा में छात्रों को आधुनिक और विशेष सुविधा से लैस किया जा रहा है. स्मार्ट क्लासेज शुरू की जायेगी, ताकि छात्रावास में रहने वाले हर छात्र कंप्यूटर चलाना जान सके. इसके लिए 31 कंप्यूटर की खरीदारी की गयी है. कक्षा दसवीं और बारहवीं तक के छात्र बेसिक कंप्यूटर की पढ़ाई कर सकेंगे. सरकार पहले से ही अल्पसंख्यक छात्रों को शिक्षा देने पर जोर दे रही थी. अब कौशल विकास पर फोकस किया जा रहा है. एक बैंच में एक साथ तीस छात्र कंप्यूटर सीखेंगे.छात्र हर काम के लिए कैफे पर रहते थे निर्भर
अल्पसंख्यक बालक छात्रावास में कंप्यूटर लगाये गये हैं. छात्रों को सारे काम के लिए कैफे पर निर्भर रहना पड़ता था. अब सारे काम ऑनलाइन हो रहे हैं. ऐसे में जिन छात्रों को कंप्यूटर चलाना सीख जायेंगे. उन्हें साइबर कैफे पर से निर्भरता कम हो जायेगी.छात्रावास में मिलती है यह सुविधा
अल्पसंख्यक बालक छात्रावास में निःशुल्क आवास व भोजन, कपड़े व निजी उपयोग की सामग्री दी जाती है. इनडोर आउटडोर खेल, कंप्यूटर व इ-लाइब्रेरी, अंतर जिला शैक्षिक भ्रमण, अन्य आधुनिक सुविधाओं युक्त शिक्षण की सुविधा दी जाती है.
योजना का लाभ लेने के लिए करना होगा आवेदन
अल्पसंख्यक छात्रों को अल्पसंख्यक छात्रावास योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा. या बिहार सरकार के अल्पसंख्यक विभाग की वेबसाइट या समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी कराया जा सकता है और रजिस्ट्रेशन के बाद लॉगिन करके आवेदन की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है.
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक निदेशक हेमंत कुमार ने बताया कि योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी मिली है. हम चाहते है कि इस योजना का लाभ जरूरतमंद छात्र लें. योजना का मूल उद्देश्य घर से बाहर हॉस्टल में रहकर पढ़ने वाले अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करना है, ताकि वे अपनी पढ़ाई जारी रख सके. योजना के जरिए अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा के लिए प्रेरित करना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है