अनिल कुमार झा, मधुबनी
आयुष्मान कार्ड बनाने की गति काफी धीमी है. सरकार व प्रशासन के प्रयास के बाद भी लोगों में जागरूकता की कमी है. हालात यह है कि बीते सात सात लें मात्र 16 लाख 10 हजार लाभार्थियों का ही गोल्डन कार्ड बनाया गया, जबकि जिला में चालीस लाख आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित है.सात साल पहले हुआ था शुरुआत
आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड की शुरुआत सितंबर वर्ष 2018 में की गई थी. इसका उद्देश्य आर्थिक रुप से कमजोर लोगों को सालाना 5 लाख रुपए तक का निःशुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराना है, हालांकि वर्ष 2024 में इस योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के प्रत्येक व्यक्तियों को भी आयुष्मान वय वंदन योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है.7 वर्षों के बाद भी जिला के निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध करीब साठ फीसदी लाभुकों का आयुष्मान कार्ड नहीं बनाया जा सका है. इस बीच सरकार के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर विशेष अभियान भी आयोजित किया जाता है, ताकि अधिक से अधिक लाभुकों को योजना का लाभ मिल सके. लेकिन कार्ड निर्माण की गति काफी कम है. विदित हो कि पांच दिवसीय विशेष अभियान में निर्धारित लक्ष्य 2 लाख 50 हजार के विरुद्ध में महज 75 हजार लाभुकों का ही आयुष्मान कार्ड बनाया जा सका.
विशेष अभियान भी काम न आयाआयुष्मान भरत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लोगों का आयुष्मान कार्ड विशेष अभियान भी कुछ खास नहीं कर सका. बीते 26-30 मई तक आयोजित इस अभियान को लेकर प्रशासन ने व्यापक रुप से प्रचार प्रसार किया था. विशेष अभियान में 2.50 लाख लोगों का कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया. पर लोग घर से बाहर नहीं आये और जब समय बीत गया और जिला भर का जोड़ घटाव किया गया तो आंकड़ा काफी चौंकाने वाला रहा. इस अभियान को मिशन मोड में रखने का डीएम के निर्देश के बाद भी विशेष अभियान में मात्र 75 हजार 565 आयुष्मान कार्ड का ही निर्माण हो पाया.क्या कहते हैं समन्वयकआयुष्मान भारत के जिला समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने कहा कि जिले के 40 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है. इसके एवज 30 मई तक 16 लाख से अधिक लाभुकों का आयुष्मान कार्ड का निर्माण किया गया है. कहा कि यह सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. लोगों को आगे आकर कार्ड बनाना चाहिये. सीएससी पर प्रतिदिन लाभुक अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है