वार्ड तीन, चार व पांच दर्जनों आक्रांत फोटो:::::::::::::::::::चेचक-उदासीनता . चेचक के कहर से लोग परेशान, स्वास्थ्य विभाग लापरवाह– शंकरपुर के ग्राम पंचायत बेहरारी का मामला — सूचना देने के उपरांत स्वास्थ्य कर्मी कहते हैं लिखित आवेदन पर ही किया जायेगा उपचार — ग्रामीणों ने कहा, पीएचसी में नहीं है चेचक की दवा — प्रतिनिधि, शंकरपुरप्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत बेहरारी के वार्ड नंबर तीन,चार, पांच में लगातार चेचक के कहर से दर्जनों लोग आक्रांत है. मालूम हो कि चचेक का कहर प्रखंड क्षेत्र में लगातार चलता आ रहा है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस और किसी प्रकार की सुधी लेना मुनासिब नहीं समझ रहे है. पीड़ित परिवार के लोगों के द्वारा बराबर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरपुर को सूचना दी गयी है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिससे इस बीमारी का संक्रमण क्षेत्र में फैलता जा रहा है. इस बीमारी के लक्षण पहले शरीर में बुखार आना उसके बाद बड़े – बड़े या छोटे – छोटे लाल रंग की दाने निकल के बाद यह पीड़ा असहनीय हो जाता है. साथ ही तेज बुखार की भी शिकायत बनी रहती है. कई लोग इस बीमारी के चपेट में आ कर परेशान है. हालांकि लोगों द्वारा गांव के बुजुर्गों के अनुसार जड़ी बुटियों द्वारा इलाज करवा रहे है. लोगों का कहना है कि यह बीमारी क्षेत्र में फैल रही है. हालांकि जिन घरों में लोग इस बीमारी से आक्रांत है वे प्राथमिक तौर पर घर को साफ- सुथरा रख रहे है. मरीज के आगे साफ- सफाई रख रहे है. वहीं बहुत से परिवार ऐसे है जो इस बीमारी में दवाई का प्रयोग नहीं कर देशी दवाइयों से इलाज कर रहे है. गांव के लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग यदि इस ओर ध्यान दे तो शायद बीमारी फैलने से रोका जा सकता है. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. स्वास्थ्य केंद्र के तरफ से गांव में ऐतिहात के तौर पर कोई कदम नहीं उठाया गया है. पूर्व में हुआ था चेचक से ग्रसितज्ञात हो 2015 के मार्च महीने में प्रखंड के जिरवा मधैली पंचायत के वार्ड नंवर- नौ दल्लीगाछी टोला चेचक रोग से काफी लोग ग्रसित हुए थे. जहां चेचक की चपेट में करीब 60 परिवार के लोग थे. बीमारी के प्रकोप से बच्चे, महिला, पुरूष सहित करीब सौ लोग प्रभावित हुए थे. खबर को प्रभात खबर इस खबर को विस्तार पूवर्क प्रकाशित किया था. जिस पर स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने संज्ञान लेते हुए मेडिकल टीम के साथ पहुंच कर पीडि़त व्यक्ति का सूची तैयार कर लोगों को इलाज शुरू किया था. लेकिन अभी भी इस पंचायत में चेचक का कहर जारी है. लेकिन चिकित्सा विभाग लापरवाही बन बैठी. पीएचसी कर्मी की लापरवाहीचेचक से पीडि़त परिवारों ने बताया कि मंगलवार को इस संबंध में जानकारी देने शंकरपुर पीएचसी पहुंचे थे. लेकिन वहां के डियूटी पर तैनात डॉक्टरों कुंदन कुमार के द्वारा यह कह कर लौटा दिया कि जो व्यक्ति इस रोग से ग्रसित उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाने के लिए कहा तब जाकर उपचार किया जायेगा. सोचनीय बात है कि जो व्यक्ति रोग से ग्रसित है वो पीएचसी तक कैसे पहुंच पायेंगे. पीएचसी में नहीं है दवाबताते चले कि शंकरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पूर्व से ही चेचक की दवा नहीं है और इसके लिए चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य कर्मी भी किसी वरीय अधिकारी को सूचित नहीं करते है. दवा नहीं रहने के कारण सूचना मिलने के बाद भी पीड़ित मरीजों की ओर ध्यान नहीं दिया जाता है. मरीज के परिजन जानकारी देने के लिए आते है लेकिन बैरंग वापस लौट जाते है. दवा नहीं होने के कारण चेचक से पीड़ित लोगों के परिजन अब पीएचसी जाना भी छोड़ दिये है. गांव में ही बड़े बुजुर्ग की सलाह पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. भयभीत है पंचायत के लोग रोग को लेकर लोगों में भय का माहौल बना हुआ. धीरे-धीरे अन्य घरों में यह रोग फैल रहा है. वहीं समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं होगी तो यह रोग फैलता ही जायेगा. ग्रामीणों ने कहा कि जितना बन पा रहा है हमलोग रोग से बचाव के लिए ग्रामीण स्तर पर प्रयास किया जा रहा है. साफ सफाई का मुख्य रूप से ध्यान रखा जा रहा है. जिस घर में पीडि़त है मखियों को दूर भगाने के लिए बुजुर्गों की सलाह पर नीम के पत्तल व धूप बत्ती रखा जा रहा है. कहते हैं ग्रामीण ग्रामीण रविंद्र मेहता, श्रीराम महतो, मनोज कुमार, शैलेंद्र कुमार, शंकर महतो, नारायण महतो, मनोज महतो आदि का कहना है कि चेचक का प्रकोप गांव में लगभग छह महीने से है. शुरू में इस रोग से एक दो लोग ही पीडि़त थे. धीरे – धीरे दर्जनों लोग इस रोग की चपेट आ चुके है. इस कारण रोग को लेकर लोगों में भय का माहौल है. हालांकि ग्रामीण स्तर पर रोक थाम के लिए प्रयास किया जा रहा है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग कि है कि डॉक्टरों की टीम भेजा जाय और जो लोग पीड़ित हैं उनका अविलंब उपचार शुरू किया जाय. जिससे रोग की रोकथाम हो सके. — वर्जन— पीड़ित व्यक्ति व किसी अन्य लोगों द्वारा लिखित रूप में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इसकी जानकारी दें व सिविल सर्जन को दूरभाष पर इसकी सूचना दें. मैं अभी छुट्टी पर हूं. एसन घन, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, शंकरपुर, मधेपुरा.
BREAKING NEWS
वार्ड तीन, चार व पांच दर्जनों आक्रांत
वार्ड तीन, चार व पांच दर्जनों आक्रांत फोटो:::::::::::::::::::चेचक-उदासीनता . चेचक के कहर से लोग परेशान, स्वास्थ्य विभाग लापरवाह– शंकरपुर के ग्राम पंचायत बेहरारी का मामला — सूचना देने के उपरांत स्वास्थ्य कर्मी कहते हैं लिखित आवेदन पर ही किया जायेगा उपचार — ग्रामीणों ने कहा, पीएचसी में नहीं है चेचक की दवा — प्रतिनिधि, शंकरपुरप्रखंड […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement