पहल: टीबी मुक्त पंचायत के लिए जिले के तीन गांव में लगाया गया कैंप
टीबी है एक संक्रमण वाली बीमारी, सतकर्ता है जरूरी
लखीसराय. टीबी जैसे संक्रमण वाली बीमारी से पंचायत को मुक्त करने के लिए विभाग सक्रिय है. विभाग समुदाय के बीच जाकर लोगों का जांच कर रही है. इस अभियान का मात्र मकसद, शहर हो या गांव उसे टीबी मुक्त बनाया जाना है. जिले में टीबी मुक्त पंचायत को गति देने के लिए गढ़ी विशनपुर पंचायत के तीन गांव में कैंप के साथ-साथ गृह-भ्रमण कर लोगों का बलगम टीबी जांच के लिए लिया गया.जिला संचारी-रोग पदाधिकारी डॉ श्रीनिवास शर्मा इस अभियान के संदर्भ में बताते हैं की जो लोग वर्तमान में इस संक्रमण वाली बीमारी से ग्रसित होकर अपना इलाज करवा रहे हैं, उनके आस-पास रहने वाले लोगों का बलगम जांच के लिए लिया जा रहा है, क्योकि टीबी से ग्रसित लोगों के आसपास रहने वाले लोगों में ये बीमारी होने की प्रबल संभावना रहती है.
डॉ शर्मा ने बताया की टीबी एक संक्रमण वाली बीमारी है, जिसका जीवाणु हवा के माध्यम से फैलता है. जब किसी इंसान में टीबी के जीवाणु होते हैं तो जब वह छींकता, खांसता या बोलता है तो इसका जीवाणु हवा में फैल जाता है. जो दूसरे इंसान को संक्रमित कर देता है. इसलिए ये अभियान जिले के सभी पंचायत में किया जाना है. जिसके फलस्वरूप हम टीबी मुक्त पंचायत बनाने के लिए एक ठोस कदम बढ़ा सकें.सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य प्रबंधक निशांत राज ने बताया की आज कुल 180 लोगों का बलगम जांच के लिए तय पैमाने के अनुसार लिया गया है. जांच होने के उपरांत जिन लोगों में टीबी के लक्षण पाये जायेंगें उनका निःशुल्क उपचार एवं प्रबंधन किया जायेगा.
उन्होंने बताया टीबी मरीजों की उपेक्षा कतई नहीं करें. उससे अपनत्व की भावना रखते हुए उसे टीबी की सही जांच और सही जगह पर इलाज कराने के लिए प्रेरित करें, ताकि लोग अपने आने वाले पीढ़ी को ये बीमारी अनावश्यक रुप से भेंट न दें. इसलिए समय पर उपचार एवं सतकर्ता का हमेशा ध्यान रखें.———————————————————————————————————
टीबी है एक संक्रमण वाली बीमारी, सतकर्ता है जरूरी
लखीसराय. टीबी जैसे संक्रमण वाली बीमारी से पंचायत को मुक्त करने के लिए विभाग सक्रिय है. विभाग समुदाय के बीच जाकर लोगों का जांच कर रही है. इस अभियान का मात्र मकसद, शहर हो या गांव उसे टीबी मुक्त बनाया जाना है. जिले में टीबी मुक्त पंचायत को गति देने के लिए गढ़ी विशनपुर पंचायत के तीन गांव में कैंप के साथ-साथ गृह-भ्रमण कर लोगों का बलगम टीबी जांच के लिए लिया गया.जिला संचारी-रोग पदाधिकारी डॉ श्रीनिवास शर्मा इस अभियान के संदर्भ में बताते हैं की जो लोग वर्तमान में इस संक्रमण वाली बीमारी से ग्रसित होकर अपना इलाज करवा रहे हैं, उनके आस-पास रहने वाले लोगों का बलगम जांच के लिए लिया जा रहा है, क्योकि टीबी से ग्रसित लोगों के आसपास रहने वाले लोगों में ये बीमारी होने की प्रबल संभावना रहती है.
डॉ शर्मा ने बताया की टीबी एक संक्रमण वाली बीमारी है, जिसका जीवाणु हवा के माध्यम से फैलता है. जब किसी इंसान में टीबी के जीवाणु होते हैं तो जब वह छींकता, खांसता या बोलता है तो इसका जीवाणु हवा में फैल जाता है. जो दूसरे इंसान को संक्रमित कर देता है. इसलिए ये अभियान जिले के सभी पंचायत में किया जाना है. जिसके फलस्वरूप हम टीबी मुक्त पंचायत बनाने के लिए एक ठोस कदम बढ़ा सकें.सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य प्रबंधक निशांत राज ने बताया की आज कुल 180 लोगों का बलगम जांच के लिए तय पैमाने के अनुसार लिया गया है. जांच होने के उपरांत जिन लोगों में टीबी के लक्षण पाये जायेंगें उनका निःशुल्क उपचार एवं प्रबंधन किया जायेगा.
उन्होंने बताया टीबी मरीजों की उपेक्षा कतई नहीं करें. उससे अपनत्व की भावना रखते हुए उसे टीबी की सही जांच और सही जगह पर इलाज कराने के लिए प्रेरित करें, ताकि लोग अपने आने वाले पीढ़ी को ये बीमारी अनावश्यक रुप से भेंट न दें. इसलिए समय पर उपचार एवं सतकर्ता का हमेशा ध्यान रखें.———————————————————————————————————
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