सूर्यगढ़ा. स्थानीय सूर्यगढ़ा थाना में पुलिस ने करीब दो वर्ष पूर्व भटके एक मजदूर को उसके परिजनों से मिलाने में सफलता पायी. मजदूर के परिजन अपने परिवार के सदस्य मिलने से राहत की सांस ली तथा मानवीय पहल के लिए सूर्यगढ़ा थाना के पुलिस अवर निरीक्षक नित्यानंद प्रसाद सिंह एवं स्थानीय पुलिस का आभार व्यक्त किया. दरअसल एक दिन पूर्व पुलिस अवर निरीक्षक नित्यानंद प्रसाद सिंह को सूचना मिली थी कि नंदपुर गांव में मजदूर को जबरन बंधक बनाकर काम लिया जा रहा है. सूचना के बाद मंगलवार के पूर्वाह्न पुलिस नंदपुर गांव पहुंची तो वहां एक मजदूर मवेशी को चारा दे रहा था. पूछताछ में मजदूर ने बताया कि वह सिवान जिला के भगवानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मिशिर के बोरा गांव का रहने वाला है. 35 वर्षीय मजदूर ने अपना नाम राजकुमार साह बताया. मजदूर ने बताया कि दो वर्ष पूर्व हुआ भटक कर यहां चला आया था, तब से यहीं है. भगवानपुर थाना की मदद से मजदूर राजकुमार के पिता मैनेजर साव को इसकी सूचना दी गयी. बुधवार की सुबह मजदूर के माता-पिता सूर्यगढ़ा थाना पहुंचे. पुलिस द्वारा कागजी प्रक्रिया पूर्ण कर मजदूर को उसके माता-पिता को सौंप दिया गया. पुलिस अवर निरीक्षक नित्यानंद प्रसाद सिंह ने मजदूर के परिजनों को रास्ता खर्च के लिए आर्थिक मदद भी दी. स्नातक शिक्षक संदेश पटेल, वाणिज्य संघ के आपात अध्यक्ष प्रवीण राठौर, दवा कारोबारी अंकित कुमार केडिया, चेंबर अध्यक्ष आलोक अग्रवाल आदि ने पुलिस द्वारा दिखाये गये मानवीय पहल की सराहना की है. भटके हुए मजदूर को सुरक्षित परिजनों से मिलाने, जरूरतमंदों की मदद करने तथा संवेदनशीलता के साथ मामलों के निष्पादन को लेकर पुलिस की भूमिका प्रशंसनीय रही. —————————————————————————————————–
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