लखीसराय. महागठबंधन का बिहार बंद पूरी तरह से विफल रहा. बिहार बंद के दौरान महागठबंधन के तथा कथित कार्यकर्ताओं के रूप में इनका आपराधिक चेहरा सामने आया है, तुष्टिकरण के उद्देश्य को पूरा करने बिहार के अंदर जो अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को बिहार में मतदाता बनाकर इसका लाभ लेते रहे है. यह बंदी नहीं अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत में बसाने का षड्यंत्र है. जब चुनाव आयोग स्पष्ट कह चुका है जो भारत के मूल नागरिक है, वो अपना दस्तावेज देकर सत्यापन करा ले रहे है. जो अवैध घुसपैठिये हैं, उन्हें जांच कर हटाया जायेगा तो इनको समझना चाहिए. ये लोगों को गुमराह कर रहे उनको भरका रहे है. उपरोक्त बातें भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक कुमार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही. उन्होंने कहा कि इनके बंदी को जन समर्थन नहीं मिलने के कारण ये लोग गुंडागर्दी पर उतारू होकर डराकर जबरन बंदी कराकर अपना पीठ थपथपा रहे हैं. राजद कांग्रेस के कार्यकर्ता नेता का मुट्ठी भर जुटकर जबरदस्ती दुकान बंद कराना, जबरन गाड़ी को रोकना, अनेकों आवश्यक कार्य से निकले नागरिकों को रोकना कहां तक उचित है.
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