बड़हिया. प्रखंड के जैतपुर गांव के गर्व और भारतीय सेना के समर्पित सपूत, सेना नायक मिलन कुमार का बुधवार को लखनऊ स्थित सैन्य सेवा अस्पताल में निधन हो गया. वे 43 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे. उनके निधन से जैतपुर और आसपास के क्षेत्रों में शोक की गहरी लहर दौड़ गयी है. मिलन कुमार ने 25 वर्ष पूर्व भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की सेवा में खुद को समर्पित कर दिया था. अपनी निष्ठा, वीरता और अनुशासन प्रियता के लिए वे अपने साथियों और गांव वासियों के बीच आदर का विषय रहे. गुरुवार सुबह उनका पार्थिव शरीर सैनिक सम्मान के साथ जैतपुर स्थित उनके पैतृक आवास लाया गया. शव को नायब सूबेदार सुनील राव के नेतृत्व में लाया गया था. उनके साथ नायक अमरजीत कुमार, विष्णु कुमार सहित कुल 14 जवान मौजूद रहे. शव के गांव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया और अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों ग्रामीण, महिला-पुरुष और पूर्व सैनिक एकत्रित हुए. सभी ने भावभीनी अंदाज़ में पुष्पांजलि अर्पित की और उनकी स्मृतियों को नमन किया. मरांची गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया गया, जिसमें जवानों ने शस्त्र सैल्यूट दिया. उन्हें मुखाग्नि उनके भतीजे मंगलवार कुमार ने दी. वे अपनी पत्नी सुमन सिंह, दो पुत्रियां सृष्टि व श्रेया माता सकीला देवी तथा पिता राजेन्द्र सिंह को पीछे छोड़ गये हैं. उनके निधन की सूचना पर भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक कुमार, प्रमुख प्रतिनिधि रजनीश कुमार, मुखिया रविरंजन कुमार, अनिल सिंह सहित अनेक गणमान्य ग्रामीण अंतिम संस्कार में उपस्थित रहे और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. स्थानीय समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों ने उन्हें एक सच्चे देशभक्त और कर्तव्यनिष्ठ सैनिक बताया. गांववासियों का कहना है कि मिलन कुमार का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा रहेगा.
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