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50 हजार का इनामी टिक्कर सिंह गिरफ्तार

लखीसराय : 50 हजार का इनामी अपराधी सुनील कुमार उर्फ टिक्कर सिंह को एसटीएफ ने यूपी पुलिस के सहयोग से इलाहाबाद से गिरफ्तार किया. टिक्कर सिंह पर देवन सिंह, लाल मोहन सिंह सहित एक दर्जन से अधिक हत्या, अपहरण के मामले दर्ज हैं. बताया जाता है कि टिक्कर इलाहाबाद में अपने पुत्र को परीक्षा दिलाने […]

लखीसराय : 50 हजार का इनामी अपराधी सुनील कुमार उर्फ टिक्कर सिंह को एसटीएफ ने यूपी पुलिस के सहयोग से इलाहाबाद से गिरफ्तार किया. टिक्कर सिंह पर देवन सिंह, लाल मोहन सिंह सहित एक दर्जन से अधिक हत्या, अपहरण के मामले दर्ज हैं. बताया जाता है कि टिक्कर इलाहाबाद में अपने पुत्र को परीक्षा दिलाने के लिए गया था. एसटीएफ को

इस बात की गुप्त सूचना मिली और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि स्थानीय पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है.
देवन की हत्या के बाद आया था चर्चा में
वर्ष 1979 में वह अपराध जगत में आया. अपराध जगत में आने के बाद हिया यादव की हत्या में उसका पहली बार नाम आया. इसके बाद उसने कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया. हालांकि मुंगेर में देवन सिंह की जेल हाजत में हत्या के बाद वह चर्चा में आया. देवन सिंह उस समय का नामी अपराधी था. टिक्कर से उसकी पुरानी अदावत थी. देवन सिंह हत्याकांड में ही उसकी गिरफ्तारी हुई थी. जेल से निकलने के बाद वह फिर छिप कर रहने लगा और लगभग तीन दशक से वह फरारी जीवन जी रहा था.
एसटीएफ ने यूपी पुलिस के सहयोग से इलाहाबाद में दबोचा
कई चर्चित कांडों में थी पुलिस को तलाश
बनारस में बना रखा था अपना आशियाना
अध्यात्म की ओर हो गया था झुकाव
सूत्रों की मानें तो पिछले एक दशक से टिक्कर ने अपना आशियाना बनारस में ही बना लिया था. डेढ़ दशक से उसका झुकाव अध्यात्म की ओर हो गया था. जानकारों की मानें तो वह ज्योतिष में अधिक रूचि लेता था. बनारस में लोग उसे महात्मा के नाम से जानते थे. इतना ही नहीं बेगूसराय, लखीसराय, बड़हिया सहित आसपास के लोग भी उसके पास अपनी कुंडली बनवाने जाते थे. डेढ़ दशक से किसी घटना में उसका नाम भी नहीं आया.
इतना ही नहीं वह अपने साथियों से भी कहता था कि बच्चों को पढ़ाने-लिखाने के बाद सरेंडर कर देंगे. हालांकि पुलिस डायरी में उस पर दर्ज मामले इतने संगीन थे कि एसटीएफ को उसकी तलाश थी. इतना ही नहीं बिहार सरकार ने उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था.

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