सदर अस्पताल का हाल
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पेयजल को लेकर रोिगयों में त्राहिमाम
सदर अस्पताल का हाल लखीसराय : सदर अस्पताल में रोगियों व यहां आने बाले अन्य लोगों को शुद्ध पेयजल भी नसीब नहीं हो पर रहा है. अस्पताल में सिविल सर्जन, चिकित्सक व रोगियों को शुद्ध पेयजल के लिये परिसर से बाहर जाना पड़ता है. हालांकि अस्पताल परिसर में पीएचइडी का जलमीनार व कर्मचारी है. लेकिन […]
लखीसराय : सदर अस्पताल में रोगियों व यहां आने बाले अन्य लोगों को शुद्ध पेयजल भी नसीब नहीं हो पर रहा है. अस्पताल में सिविल सर्जन, चिकित्सक व रोगियों को शुद्ध पेयजल के लिये परिसर से बाहर जाना पड़ता है. हालांकि अस्पताल परिसर में पीएचइडी का जलमीनार व कर्मचारी है. लेकिन यह शोभा की वस्तु बनकर रह गया है. पानी के लिए एक हजार लीटर क्षमता वाली सात टंकी उपलब्ध है. इसमें एक मात्र मोटर के द्वारा पानी की आपूर्ति की जा रही है.
लेकिन यहां आनेवाले लोग व स्थानीय स्वास्थ्य कर्मी टंकी का पानी पीने से लोग कतराते हैं. सौ शय्या वाला अस्पताल में 40 हजार लीटर पानी की प्रतिदिन आवश्यकता है. इसकी वजह से अक्सर अस्पताल परिसर में पानी की किल्लत होती है. जिला के स्थापना के बाद वर्ष 2008 में जिला सदर अस्पताल का स्थापना हुई. एक वर्ष तक लखीसराय रेफरल अस्पताल में ही कार्य हुआ. बाद में वर्ष 2009 में सौ शय्या वाला तीन मंजिला भवन में जिला सदर अस्पताल को शिफ्ट किया गया.
17 वर्ष के बाद भी नहीं हो सकी शुद्ध पेयजल की व्यवस्था. 17 वर्ष बाद भी जिला सदर अस्पताल में शुद्ध पेयजल की बात तो दूर लोग यहां पानी का आभाव से जूझ रहे है. सदर अस्पताल में प्रत्येक दिन 40 हजार लीटर पानी की आवश्यकता होनी है. परंतु मात्र सात हजार लीटर पानी उपलब्ध हो रहा है. बिजली व जेनरेटर गड़बड़ी होने पर पानी का हहाकार मच जाता है. यहां लगे दो चापाकल से लोग अपनी प्यास बुझाते हैं.
पारिसर में पीएचइडी का जल मीनार व कर्मचारी कार्यरत. जिला सदर अस्पताल में पीएचइडी का निर्मित जल मीनारव कर्मचारी भी कार्यरत हैं लेकिन पाइप लाइन में त्रुटी के कारण जल मीनार के द्वारा पेयजल आपूर्ति नहीं करती है. अस्पताल में लायंस क्लब के द्वारा प्रदत एक शुद्ध पेयजल मशीन व अस्पताल प्रबंधन का आरओ मशीन कबाड़खाना की शोभा बढ़ा रहा है.
बोले अस्पताल उपाधीक्षक. अस्पताल उपाधीक्षक डा मुकेश कुमार ने बताया कि शुद्ध पेयजल का अभाव है. जल्द ही जल्द इन समस्याओं को दूर किया जा रहा है, ताकि रोगियों को शुद्ध पेयजल मिल सके.
सीएस परिसर में भी पेयजल की किल्लत. सिविल सर्जन कार्यालय में पेयजल तो दूर पानी का घोर अभाव है.जिससे कार्यालय में स्थापित सिविल सर्जन सहित कर्मियों को प्यास बुझाने के लिये आवास या परिसर से बाहर जाना पड़ता है. सूत्रों के अनुसार जब से लखीसराय में नव निर्मित सिविल सर्जन कार्यालय स्थापित हुआ है तब से पानी का अभाव है. कार्यालय गेट पर एक चापाकल से लोगाें की प्यास बुझती है.
सिविल सर्जन बोले. सीएस डा राज किशोर प्रसाद ने बताया कि मेरे पीछे पीएचइडी का जल मिनार है परंतु पाइप के अभाव में पानी सप्लाई नहीं मिल पा रहा है. शुद्ध पेयजल के अभाव में लोगों को काफी परेशानी होती है. बताया कि उन्होंने सोमवार को डीएम की बैठक में पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता से जल्द पानी की समस्या को दूर करवाने की बाबत जिलाधिकारी से बातचीत की है. सदर अस्पताल में शुद्ध पेयजल की समस्या भी जल्द दूर की जायेगी.
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