लखीसराय : शीतलहर बढ़ने के साथ गरीबों की मुशकिलें भी बढ़ने लगी हैं. न उनके पास रहने का छत है और न ही रात गुजारने का साधन. ऐसे में उनके लिये यह ठंड जानलेवा साबित हो सकता है. फुटपाथ पर झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाले लोगों के लिये रात गुजारना मुश्किल हो रहा है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान की मानें तो अगले सात दिनों में पारा लुढ़ककर चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जायेगा.
लेकिन ताज्जुब की बात है कि जिला प्रशासन के द्वारा शीतलहर से निबटने की कोई तैयारी अब तक नहीं की गयी है. न अब तक कंबल की खरीदारी हुई ओर न ही अलाव के लिये राशि मुहैया कराया गया. भयानक शीतलहर चुपके से दस्तक दे रहा है. ऐसे में आखिर कैसे कटेगी गरीब परिवार की रातें. नगर प्रशासन के द्वारा अब तक कंबल की खरीदारी का निर्णय नहीं लिया गया है. सामाजिक सुरक्षा कोषांग में कंबल की खरीदारी के लिये लगभग 70 हजार रुपये का आवंटन हुआ है.
लेकिन यहां भी कंबल खरीदने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है. आपदा प्रबंधन के पास अलाव के लिये अभी राशि उपलब्ध नहीं हो पाया है. लोगों के मुताबिक जब तक उन्हें अलाव या कंबल की गरमाहट मिलेगी, ठंड का प्रकोप कम हो जायेगा. शीतलहर न जाने कितनी जिंदगी को लील लेगा. सामाजिक संस्थायों द्वारा भी अब तक कंबल बांटने का कार्य शुरू नहीं किया गया.