उन्होंने नीतीश कुमार की गलत बातों का विरोध कर गरीब चाहे जिस किसी भी जाति का हो के लिए काम करना शुरू किया तो मुख्यमंत्री की कुरसी से हटना पड़ा. वे 16 मार्च से 9 अप्रैल तक पूरे बिहार में प्रमंडलीय स्तर पर सम्मेलन कर लोगों को पूरी हकीकत बताने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उनके जो भी निर्णय थे सभी गाइड लाइन के अनुसार थे. उन्होंने कहा कि बिहार में पीडब्लूडी, आरइओ एवं योजना विभाग में किस तरह का भ्रष्टाचार मचा हुआ है यह अब किसी से भी छुपा नहीं है. इन विभागों में दस पैसे के काम के लिए दस हजार रुपये का स्टीमेट बनाया जाता है और टेंडर पास किया जाता है. कमीशनखोरी चरम पर है. पूर्व मंत्री महाचंद्र सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के लिए हर जाति-धर्म के बीच उत्साह है. मांझी जी से मिलने के लिए सड़कों पर निकल कर लोग इंतजार कर रहे हैं. मानों आंधी मची है. लोग मांझी जी में अपना विश्वास दिखा रहे हैं. आजादी के बाद ऐसा नहीं हुआ था. हर घर का नौजवान मांझी जी के लिए बेचैन है. श्री सिंह ने कहा कि वर्ष 2015 जीतन राम मांझी का है. उन्होंने कहा कि गांधी मैदान में होने वाले सम्मेलन में पांच लाख से अधिक लोगों की भीड़ जुटेगी उससे कम हुआ तो मांझी जी राजनीति से संन्यास ले लेगें.