Waqf Act: जदयू के किशनगंज जिलाध्यक्ष और कोचाधामन के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने समर्थकों के साथ शहर के इंसान स्कूल रोड स्थित जदयू जिला कार्यालय में भावुक होकर यह घोषणा की. मुजाहिद आलम ने कहा कि उन्होंने पिछले 15 वर्षों से जदयू में कार्यकर्ता के रूप में काम किया और दो बार कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र की जनता ने उन्हें विधानसभा भेजा. उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी ने वक्फ संशोधन कानून का समर्थन करके उन्हें धोखा दिया है. आलम ने कहा कि उन्होंने इस कानून का विरोध किया था और आगे भी जारी रखेंगे.
अमित शाह पर क्या बोले आलम
पत्रकारों से बातचीत में आलम ने कहा कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ याचिका दायर की है और उन्हें सर्वोच्च न्यायालय से न्याय की उम्मीद है. उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया कि उन्होंने सदन में झूठ बोला था.
इस दौरान, आलम के समर्थकों ने बिहार और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और वक्फ संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की. जदयू के वरिष्ठ नेता कारी मसकूर, जिला उपाध्यक्ष जैद अजीज, अंजार आलम, हसन सहबानी, इकबाल अहमद, इंतसार राही, जवादुल हक, डॉ नूर आलम, प्रो साजिद अली सहित सैकड़ों समर्थकों ने पार्टी छोड़कर मुजाहिद आलम के प्रति अपना समर्थन जताया है.
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लोकप्रिय नेता हैं आलम
किशनगंज जिले में जदयू के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि आलम पार्टी के एक प्रमुख नेता थे और उनकी लोकप्रियता क्षेत्र में काफी थी. आलम के इस्तीफे से आगामी विधानसभा चुनावों में जदयू की स्थिति पर असर पड़ सकता है. आलम के इस कदम को लेकर राजनीति में चर्चा तेज हो गई है और यह देखा जाना है कि वे आगे किस राजनीतिक दल में शामिल होते हैं.
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