पहाड़कट्टा. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार रेलमंडल अधीन अलुवाबाड़ी रोड-सिलीगुड़ी रेलखंड पर अवस्थित तैयबपुर होल्ट स्टेशन रेल राजस्व के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है. वर्ष 2007 में आमान परिवर्तन के बाद मीटर गेज स्टेशन से डिमोसन कर तैयबपुर स्टेशन को हॉल्ट बना दिया गया था. यहां तक कि तैयबपुर स्टेशन में मिल रही तमाम सुविधाओं से यात्रियों को वंचित कर दिया गया है. प्रखंडवासी लंबे समय से इंटरसिटी ट्रेन की ठहराव की मांग कर रहे है. कटिहार डीआरएम को जनहित के मद्देनजर आवेदन भी दिया गया था. लेकिन इस दिशा में कोई सकारात्मक कार्रवाई नही की गयी. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि यदि तैयबपुर में इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नहीं हुआ तो आमजन आंदोलन को बाध्य होंगे. बीते वर्ष 27 मार्च को रेल मंत्री से भेंट कर अलुआबाड़ी रोड-सिलीगुड़ी रेलखंड के तैयबपुर रेलवे हॉल्ट स्टेशन की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा गया था. जिसमें ट्रेन संख्या 15463, 15464 तथा 15719,15720 के ठहराव की मांग के अलावे तैयबपुर रेलवे स्टेशन की मूलभूत समस्याओं से जुड़े कई समाधान हेतु मांग-पत्र दिया गया. लेकिन जनहित ने कोई कार्रवाई नहीं की गयी. तैयबपुर एवं पोठिया रेलवे स्टेशन एक जमाने में तमाम सुविधाओं से लैस था. इस क्षेत्र के वृद्ध-बुजुर्ग बतातें है कि पहले सिलीगुड़ी-कटिहार के इस रेलखंड पर 18 ट्रेनो का ठहराव हुआ करता था. लेकिन वर्तमान में महज तीन पैसेंजर ट्रेनों का ही ठहराव हो रहा है. तैयबपुर रेलवे स्टेशन पर आजादी के बाद से न्यूरो गेज एवं मीटरगेज का परिचालन छोटी लाइन पर होती थी. छोटी लाइन का 1966 के दौरान आमान परिवर्तन कर मध्य लाइन मीटर गेज में परिवर्तित किया गया था. इस समय भी तैयबपुर रेलवे स्टेशन सुविधा संपन्न था. तैयबपुर के लोग बताते हैं कि मालगाड़ियों से यहां से अधिकांश मुख्य फसल के रूप में जूट ले जाया जाता था. जो देश के अलग-अलग शहरों के कारखाने में भेजी जाती थी. उस जमाने मे यहां माल-गोदाम भी हुआ करता था. वर्ष 2007 में पुनः आमान परिवर्तन कर दिया गया. तैयबपुर रेलवे स्टेशन के आसपास के यात्रियों के लिए दुर्भाग्य रहा कि तीसरे आमान परिवर्तन में इस रेलवे स्टेशन को महज हॉल्ट का दर्जा मिला. बरहाल लोगों ने जनहित के मद्देनजर तैयबपुर रेलवे स्टेशन पर इंटरसिटी एक्सप्रेस एवं बालूरघाट ट्रेन के ठहराव की मांग की है.
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