पोठिया (किशनगंज): नेपाल में आये विनाशकारी भूकंप में फंसे किशनगंज जिले के लोगों का आना बुधवार को भी जारी रहा. भूकंप में सुरक्षित बचे अपनों के आने के इंतजार में काकरभिट्ठा (नेपाल) पर अल्पसंख्यक कल्याणमंत्री नौशाद आलम, सांसद जिला प्रतिनिधि प्रो शफी, उपप्रमुख मो जाकिर, मुखिया प्रतिनिधि नईमुल हक, ठाकुरगंज सीओ अनूप कुमार त्रिपाठी, ठाकुरगंज थानाध्यक्ष श्रीराम चौधरी, एसएसबी सहायक कमांडेंट संतोष कुमार, नेपाल डीएसपी अजरुन खड़े थे.
जैसे ही नेपाल बस चिनारी कारकरभिट्ठा पहुंचा तो वहां खड़े सब लोग बस की ओर दौड़े. बस पर सभी 320 लोगों को सुरक्षित देख मंत्री व अन्य जनप्रतिनिधियों ने राहत की सांस ली और लोगों से हाल-चाल जाना. बस पर बैठे त्रसदी का सामना करने वाले लोगों को ने इंतजार करते मंत्री व अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी को देखते ही खुशी से उनकी आंखे छलक उठी. उधर नेपाल प्रशासन ने भी हर संभव मदद के लिए तैयार दिखे.
नेपाल की त्रसदी से विभिन्न स्थानों पर फंसे 320 लोगों को चार बसों में भर कर बुधवार को प्रशासन द्वारा पांच सबों द्वारा काकरभीट्ठा के रास्ते चिचुआबाड़ी परिजनों तक पहुंचाया गया. यहां बता दे कि मंगलवार को 40 मजदूर स्वयं घर पहुंचे गये थे. जबकि 320 लोग में जिसमें 15 बच्चे 38 महिलाएं भी शामिल हैं. जिसे जिलाधिकारी के आदेशानुसार पोठिया सीओ संजय कुमार, थानाध्यक्ष मो सज्जाद हुसैन काकरभीट्ठा पहुंच पांच बसों की अगुवाई की और बीरतामोड़ के रास्ते से चिचुआबाड़ी लाया गया. मौके पर शाहनवाज आलम, नसीम अख्तर, मुखिया प्रतिनिधि नईमुल हक, नेपाल डीएसपी अजरुन आदि उपस्थित थे.
ठाकुरगंज प्रतिनिधि के अनुसार नेपाल से वतन लौटने वाले 14 प्रखंड वासी जिसमें छैतल पंचायत के गोदरी गांव के इम्तियाज आलम, इफ्तेखार आलम, परवेज आलम, नैयरआलम, आजाद आलम, शोएब आलम, जियाउल हक, नाहेरा बेगम, अनिस राजा, अजमीन, मोलावा सहुद आलम, नाजमीन, साबिर एवं मिस्टर आलम ने सभी जब भारत नेपाल सीमा काकरभीट्ठा पहुंचे तो अपने गांव के लोगों को देखते ही फफक फफक कर रो पड़े. सभी ने उस प्रलयंकारी भूकंप में बचने की कुदरत का करिश्मा ही बताया. सीमा पर इनका स्वागत के लिए सूबे के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नौशाद आलम, सांसद मीडिया प्रभारी प्रो सफी अहमद, सांसद प्रतिनिधि सह मुखिया सईदुर्रहमान, प्रमुख प्रतिनिधि गुलाम हसनैन आदि मौजूद थे.