किशनगंज: नेपाल की राजधानी काठमांडों से 65 किमी की दूरी पर अवस्थित पोखरा में शनिवार दोपहर 11.22 बजे 7.9 तीव्रता के भूकंप के झटके से शहर वासी भी सहम गये. लगभग 3 मिनट के व्यापक कंपन के भय से लोग अपने अपने घरों व दफ्तरों से निकल कर सुरक्षित स्थान पर जा खड़े हुए. लेकिन, भूकंप के तेज झटके उन्हें बार बार अस्थिर कर रहे थे.
तीन मिनट तक लगातार चारों ओर भय का वातावरण व्याप्त हो गया. झटकों के थमने के बाद लोग अभी राहत की सांस ले ही रहे थे कि 11.55 मिनट पर आये अपेक्षाकृत कम तीव्रता के झटकों ने उन्हें चौंका कर रख दिया. लगातार दो बार के झटकों से सहमे लोगों ने घरों दफ्तरों के बाहर ही रहना मुनासीब समझा. नतीजतन शहर की सड़कों व खुले मैदानों में स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
झटकों के थमने के बाद लोगों ने नुकसान का जायजा लेना शुरू कर दिया तथा अपने अपने परिजनों व शुभ चिंतकों से जब उनकी खैरियत जानने की चेष्टा की मोबाइल ने काम करना बंद कर दिया था. नतीजतन लोग परेशान हो गये और फौरन अपने अपने घरों का रूख कर लिया. इस दौरान सबसे बुरी स्थिति स्थानीय सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों की रही. गंभीर रोगों से ग्रसित मरीज अपने हाथों में स्लाइन की बोतलें लेकर अस्पताल परिसर के बाहर आ गये वहीं हाल के दिनों में हुए अगिAकांड में गंभीर रूप से झुलसे मरीज तो नंग धडंग अवस्था में ही अपनी जान बचाने की नियत से भाग खड़े हुए. वहीं सदर अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र में भरती अति कुपोषित बच्चों व उनकी माताओं को संस्था के सचिव अवधेश कुमार व अन्य कर्मियों ने फौरन बाहर निकाल लिया. इस भीषण हादसे के दौरान छुट पुट घटनाओं को छोड़ कहीं से भी जानमाल के नुकसान की कोई खबर ज्ञात न होने पर लोगों ने अंतत: राहत की सांस ली.