किशनगंज : बाल मंदिर विद्यालय की 11वीं की छात्रा हर्षिता कुमारी के आत्महत्या के दो सप्ताह बाद भी पूरे प्रकरण में संलिप्त दोषियों के खिलाफ अब तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज उनके परिजनों ने सोमवार संध्या को हर्षिता के घर धर्मगंज से बाल मन्दिर स्कूल तक कैंडल मार्च निकाला और विद्यालय के मुख्य द्वार पर दीप जलाकर न्याय के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगायी.
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न्याय मिलने में देरी से नाराज हर्षिता के परिजनों ने निकाला कैंडिल मार्च
किशनगंज : बाल मंदिर विद्यालय की 11वीं की छात्रा हर्षिता कुमारी के आत्महत्या के दो सप्ताह बाद भी पूरे प्रकरण में संलिप्त दोषियों के खिलाफ अब तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज उनके परिजनों ने सोमवार संध्या को हर्षिता के घर धर्मगंज से बाल मन्दिर स्कूल तक कैंडल मार्च निकाला […]
अभिभावकों ने मांग करते हुए कहा कि दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी हो तथा जो लोग नियम के विरुद्ध स्कूल पर कब्जा जमाए हुए हैं उन्हें भी हटाकर तत्काल कार्रवाई की जाए.क्योंकि विलंब से मिला न्याय भी अन्याय जैसा ही है. गौरतलब है कि हर्षिता आत्म हत्या प्रकरण में जिलाधिकारी द्वारा गठित कमिटी ने जांच कर रिपोर्ट सौंप दी है. कैंडल मार्च में दर्जनों लोग शामिल थे.
जांच टीम ने सौंप दी है रिपोर्ट : हर्षिता आत्महत्या प्रकरण के बाद बालमंदिर स्कूल संचालन में कुव्यवस्था,सचिव कि मनमानी आदि अन्न कई कमियों को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है. जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा के निर्देश पर अपर समाहर्ता कि अध्क्षता में गठित जाच टीम ने जांच पूरी करने के बाद डीएम को जांच रिपोर्ट समर्पित कर दिया है. जांच दल में शामिल एडीएम ब्रजेश कुमार, एसडीएम शहनवाज अहमद नियाजी, एवं डीईओ यतीश झा ने जाच रिपोर्ट में कई महत्वपूर्ण मंतव्य दिए हैं.
अधिकारियों द्वारा दिया गया मंतव्य : जाच अधिकारियों ने कहा है कि स्कूल संचालन में सीबीएसई के सभी मानकों को एक निश्चित अवधि में लागू करने का निर्देश ट्रस्टियों को दिया जाय तथा निर्धारित समयावधि के बाद पुन: इसकी जांच कराई जाय कि मानक के अनुरूप स्कूल का संचालन किया जा रहा है या नहीं.
स्कूल प्रबंधन समिति को भंग करते हुए सचिव गोविन्द बिहानी को पदमुक्त कर स्कूल संचालन का संपूर्ण दायित्व नियमानुसार प्रिंसिपल को देने का निर्देश ट्रस्टियों को दिया जाय.
विद्यालय प्रबंधन समिति प्री बोर्ड परीक्षा में अंक प्रणाली को सरल बनाए तथा ऐसी व्यवस्था करें कि बोर्ड परीक्षा में सामिल होने के लिए सभी छात्र-छात्राओं को समान अवसर मिले. परीक्षा नियंत्रक के पर्यवेक्षण का दायित्व प्रिंसिपल को रहे.
स्कूल में पुस्तक आदि बिक्री जैसे व्यावसायिक गतिविधियों पर पूर्णत: प्रतिबंध का निर्देश ट्रस्ट को दिया जाय. स्कूल में प्रत्येक वर्ष किताब बदलने की प्रथा पर रोक लगे. स्कूल ट्यूशन फीस बढ़ोतरी युक्तिसंगत एवं नियमानुसार किया जाय. सभी कक्षाओं के परीक्षा में उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन पद्दति को पारदर्शी एवं सरल बनाया जाय.
परीक्षा परिणाम की घोषणा होने के बाद उत्तरपुस्तिका अनिवार्य रूप से अभिभाभक को अवलोकन कराया जाय. विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक नियमित रूप से हो, जिसमें सभी ट्रस्टी भाग लें. स्कूल संचालन हेतु एक विस्तृत कार्य योजना तैयार किया जाय तथा प्रत्येक इकाई का दायित्व निर्धारित हो. मृतक छात्रा हर्षिता के मौत के लिए जिम्मेवार शिक्षक के विरुद्ध कानूनी कारवाई की जाय.
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