गोगरी. शिक्षा का अधिकार अब और सशक्त होगा, खासकर उन बच्चों के लिए जो विशेष जरूरतों के साथ जीवन जी रहे हैं. गोगरी अनुमंडल सहित जिले में दिव्यांग बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और अनुकूल शिक्षा देने के उद्देश्य से नौ श्रेणियों की दिव्यांगता में दक्ष प्रशिक्षित शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. इस बहाली के लिए बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के माध्यम से आवेदन दो जुलाई से लिए जायेंगे. यह नियुक्ति कक्षा एक से पांच तथा छह से आठ तक के दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए कार्यरत विशेष विद्यालयों में की जायेगी. बहाली के दौरान यह सुनिश्चित किया जायेगा कि चयनित अभ्यर्थी दृष्टि, श्रवण, बौद्धिक, स्पीच, लोकोमोटर, मल्टीपल डिसएबिलिटी, स्पेक्ट्रम (ऑटिज्म), क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन व अन्य प्रकार की दिव्यांगता की शिक्षा देने में प्रशिक्षित हों. जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार गोंड ने बताया कि दिव्यांग बच्चों की शिक्षा को समावेशी और प्रभावी बनाने के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों की बहाली जरूरी है. यह पहल न केवल विशेष बच्चों के लिए सुनहरा अवसर है, बल्कि समाज को समानता और संवेदनशीलता की दिशा में एक ठोस कदम भी है. जिले में ऐसे बच्चों की संख्या बढ़ रही है और उनके लिए सही शिक्षण वातावरण तैयार करना हमारी प्राथमिकता है. शिक्षकों की यह नियुक्ति समावेशी शिक्षा के संकल्प को मजबूत करेगी. इससे उन बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होगी, जो अक्सर सामान्य कक्षाओं में उपेक्षित रह जाते हैं. यह कदम न केवल शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी पहल है, बल्कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारियों को निभाने की दिशा में भी अहम मील का पत्थर साबित होगा. सक्षम के जिला उपाध्यक्ष दिलीप पासवान व जिला कोषाध्यक्ष पवन कुमार पासवान ने शिक्षक नियुक्ति की सराहना किया है.
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