बिहार में भाजपा नहीं, शत्रुघ्न सिन्हा को जानते थे लोग
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लोस चुनाव का वादा भूली भाजपा
बिहार में भाजपा नहीं, शत्रुघ्न सिन्हा को जानते थे लोग 66 हजार किमी सड़कों का निर्माण कराया, फिर भी भाजपा कहती है परिवर्तन नहीं हुआ बिहारी कहलाना अब शान है, अपमान नहीं 20 से 25 तक के युवाओं को नौकरी खोजने के लिए एक हजार का दिया जायेगा भत्ता महिलाओं को देंगे 35% आरक्षण छात्रों […]
66 हजार किमी सड़कों का निर्माण कराया, फिर भी भाजपा कहती है परिवर्तन नहीं हुआ
बिहारी कहलाना अब शान है, अपमान नहीं
20 से 25 तक के युवाओं को नौकरी खोजने के लिए एक हजार का दिया जायेगा भत्ता
महिलाओं को देंगे 35% आरक्षण
छात्रों को मिलेगा चार लाख रुपये का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड
अपनी योजनाओं के लिए केंद्र के पास कटोरा लेकर नहीं जायेंगे
खगड़िया : हम लोगों की संस्कृति में बुजुर्गों का सम्मान करना शामिल है. पर, भाजपा वालों ने अपने ही पार्टी के बुजुर्गों को कोल्ड स्टोरेज में डाल दिया है.
लोग ऐसे भी कहा करते थे कि भाजपा के तीन धरोहर अटल, आडवाणी और मुरली मनोहर. अटल जी तो सक्रिय नहीं हैं, चलिये कोई बात नहीं. पर, लालकृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी को कोल्ड स्टोरेज में डाल दिया है. जो अपनी संस्कृति के नहीं हो सके, वे आप लोगों के क्या होंगे.
उक्त बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खगड़िया विधानसभा क्षेत्र के जेएनकेटी उच्च विद्यालय के स्टेडियम में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहीं. वे महा गंठबंधन की जदयू प्रत्याशी पूनम देवी यादव के समर्थन में सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भाजपा के नाम पर यहां लोग कहां जुटते थे.
वो तो शत्रुघ्न सिन्हा बिहारी बाबू के नाम पर लोगों को जुटाया जाता था और उनके ही नाम पर भाजपा वालों का काम चलता था. लोकसभा चुनाव में तमाम तरह के वादे किये गये और बाद में उसे जुमला बता दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बिहार का विकास किया है. तब तो आज देश ही नहीं विदेशों में भी बिहार के विकास की चर्चा हो रही है. बिहार का विकास कोई बिहारी ही कर सकता है और मैं ठेठ बिहारी हूं.
जब हम हैं तो इधर-उधर ताक-झांक करने की क्या जरूरत है. बिहार के विकास में गुजरात मॉडल नहीं चलेगा. कैसा है गुजरात मॉडल, जहां महिलाएं कुपोषित पायी जा रही हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान तरह तरह के वादे किये गये.
कह रहे थे कि सौ दिनों के अंदर काला धन लायेंगे. रोजगार देंगे और न जाने क्या-क्या. चुनाव जीतने के बाद 15 महीनों तक बिहार की याद नहीं आयी और जब चुनाव आया तो लगातार बिहार में सभाएं. भाजपा एकतरफा प्रचार के माध्यम पर कब्जा कर लोगों को झांसे में डालती है और बाद में किये गये वादे को जुमला बता देती है.
असलियत यह है कि सरकारी नौकरियां भी कम हो गयीं. रोजगार देने की बात तो दूर है. यदि उनकी सरकारी बनी, तो वह छात्रों के लिए चार लाख रुपये का क्रेडिट कार्ड देंगे. 20 से 25 वर्ष आयु के युवाओं को नौकरी खोजने के लिए प्रति माह एक हजार रुपये का सहायता भत्ता तथा महिलाओं को नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण देंगे. लोगों को सरकारी खरचे पर गली-गली में नाले व सड़क का निर्माण करायेंगे. लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करायेंगे. इसमें दो लाख 70 हजार करोड़ का खर्च आयेगा. उन्होंने कहा कि बिहार को कौन चलायेगा, ठेठ बिहारी सामने खड़ा है.
उन्होंने कहा कि लोग विकास की बात पूछते हैं. मैंने कहा लड़कियों को पोशाक में सड़क पर साइकिल चलाते देखा, वहीं विकास है. दस वर्षों तक बिहार मैंने चलाया है. मुझे पता है कि बिहार कैसे चलेगा और रुपये कहां से आयेंगे. इसकी चिंता मत कीजिए. बिहार से इसके लिए कोई कटोरा लेकर आपके पास नहीं आयेगा. सभा को जदयू प्रत्याशी पूनम देवी यादव ने भी संबोधित किया.
मौके पर जदयू नेता रामनाथ ठाकुर, एमएलसी सोने लाल मेहता, पूर्व विधायक रणवीर यादव, जिला परिषद अध्यक्ष कृष्णा कुमारी यादव, अलौली के निवर्तमान विधायक रामचंद्र सदा, जदयू राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अरुण यादव, जदयू प्रखंड अध्यक्ष सुनील कुमार, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भानु प्रताप उर्फ गुड्डू पासवान, दीपक सिन्हा, जिलाध्यक्ष साधना देवी, जिला प्रवक्ता अरविंद मोहन, उपाध्यक्ष बबलू मंडल, एनामुल हक आदि लोग मौजूद थे.
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