चौथम: तीन से चार बच्चों की मां बन चुकी महिला अभी भी कन्या विवाह योजना के लाभ से वंचित है. विगत एक दशक से इस योजना के तहत प्राप्त आवेदन के एवज में राशि का आवंटन ऊंट के मुंह में जीरा कहावत को चरितार्थ कर रही है. सरकार की घोषणा हकीकत से दूर चल रही है. लाभ से वंचित महिलाओं का मानना है कि सरकार के पास पैसा नहीं है तो योजना की घोषणा क्यों करती है. वहीं प्रखंड के पंचायत मुखिया भी इस योजना मद में विगत एक दशक से आवंटन के कमी की पुष्टि कर रहे हैं.
कहते हैं बीडीओ
बीडीओ मुकेश कुमार रजक ने कहा कि राशि आवंटन के अनुरूप स्वीकृत आवेदन वार्षिक प्राथमिकता के आधार पर पूर्व के 367 लाभार्थियों को मार्च तक में शिविर लगा कर चेक द्वारा भुगतान किया जायेगा.
2011 से योजना मद में लंबित हैं 2010 आवेदन
प्रखंड में 15 अगस्त 2011 से इस योजना के लिए लाभार्थियों से आरटीपीएस सेवा के तहत आवेदन डालना पड़ता है. 2011 से आरटीपीएस के द्वारा लाभार्थियों का प्राप्त आवेदन की कुल संख्या 2010 है. इसकी स्वीकृति प्रक्रिया के तहत पूरी की जा चुकी है, लेकिन राशि आवंटन की कमी के कारण लाभार्थियों के बीच वितरण लंबित है. वहीं आरटीपीएस सेवा के पूर्व वर्ष 2004 से 2011 तक लगभग 767 आवेदन की स्वीकृति के बाद राशि भुगतान लंबित है. बहरहाल पूर्व के लंबित 767 स्वीकृत आवेदन के विरुद्ध 367 लाभार्थियों के लिए राशि आवंटित की गयी है.