– वार्ड नम्बर एक व दो की सड़क पर हल्की बारिश में कई दिनों तक रहता है जलभराव – कही सड़क ऊंची तो कही नीचे रहने से होती है परेशानी, मोहल्लों में जम जा रहा पानी कटिहार निगम की ओर से वार्ड के मोहल्लों में सड़कों का जाल बिछाये जाने को लेकर ताबड़तोड़ कार्य किया गया है. इसका असर अब निगम के सभी 45 वार्ड में देखने को मिल रहा है. कहीं खडंजा, कहीं पीसीसी सड़क का निर्माण किया गया है. कई वार्ड के मोहल्लाें में पीसीसी सड़क का निर्माण भले ही किया गया. लेकिन जैसे तैसे निर्माण के बाद हल्की बारिश में पीसीसी सड़क पर जलभराव की समस्या गंभीर हाेते जा रही है. सबसे खराब स्थिति वार्ड नम्बर एक और दो की है. वार्ड नम्बर एक के रिफ्यूजी कॉलोनी मोहल्लों में जानेवाली क्रंक्रीट से लेकर पीसीसी सडक का निर्माण किया गया है. लेकिन एक ही सड़क पर चार जगहों पर जलजमाव की समस्या से लोगों के लिए उक्त सड़क जी का जंजाल साबित हो रहा है. इन जगहों पर हल्की बारिश में सप्ताह भर जलजमाव की समस्या रहती है. यही कारण है कि लोग इस सड़क से आवागमन बंद कर दूसरे सड़क का सहारा लेते हैं. ,वार्ड नम्बर दो का शमशेरगंज जानेवाली सड़क पर कीचड़ के साथ जलजमाव के कारण लोगों का चलना दूभर हो गया है. वार्ड के लोगों का कहना है कि अपने ही मोहल्ले के प्रत्याशी को जीताने का भी कोई लाभ नहीं मिल रहा है. कटिहार पूर्णिया एनएच 131ए भेरिया रहिका से बहादुराबाड़ी विद्यालय तक करीब ढाई किलोमीटर लम्बी खड़ंजा सड़क है. काफी प्रयास के बाद बड़ी मस्जिद से 49 फीट सड़क की पीसीसी ढलाई करीब 49 लाख की राशि से साल भर पूर्व कराया गया. उसके बाद की सड़क निर्माण को लेकर बार- बार आवाज उठाने का भी लाभ नहीं मिल पाने से मोहल्ले के लोग वार्ड पार्षद के विरूद्ध आक्रोशित हैं. वार्ड नम्बर एक का रिहायशी रिफ्यूजी कॉलोनी से कृष्णानगर जाने वाली सड़क पीसीसी है. लेकिन जैसे- तैसे सड़क निर्माण करा देने के कारण अक्सर इस सड़क पर चार जगहों पर जलजमाव की समस्या से मोहल्ले के लोग रूबरू होते हैं. घर के अंदर पानी प्रवेश करने से बढ़ जाती है परेशानी इस मोहल्ले के कई लोगों का कहना है कि पार्षद द्वारा सड़क मापी कराने के बाद पीसीसी सड़क बनाया गया. सही मेजरमेंट नहीं कराने की वजह से कहीं ऊंचा तो कहीं अत्यधिक नीचा रहने के कारण अक्सर इस पथ पर जलजमाव की समस्या से लोग परेशान हैं. थोड़ी अधिक बारिश होने पर पानी घर में प्रवेश करने लगता है. जिसका नतीजा है कि लोग घराें से बाहर निकलने में भी परेशान हो जाते हैं. मोहल्ले के लोगों का कहना है कि निगम प्रशासन द्वारा राबीस या मरम्मत कर समतल कर दिये जाने के बाद इस समस्या से लोगों को स्थानीय निजात मिल सकती है.
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