प्लास्टिक के दुष्प्रभावों व जूट तथा अन्य पर्यावरण अनुकूल विषयों के उपयोग से होने वाले लाभों को बताया
कटिहार. भारतीय पटसन निगम लिमिटेड द्वारा जिले के पाट कृषकों को एकल उपयोग प्लास्टिक का परित्याग एवं जूट उत्पादों को बढ़ावा को लेकर जिला कृषि कार्यालय में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. शुरूआत जिला कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कुमार, सहायक वित्तीय प्रबंधक जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड फारबिसगंज के देवाशीष मन्ना, आत्मा के उपपरियोजना निदेशक एसके झा ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर की. डीएओ मिथिलेश कुमार ने बताया कि कार्यक्रम के तहत आम लोग, किसानों, लाभार्थियों तथा कर्मचारियों को एकल उपयोग प्लास्टिक के दुष्प्रभावों व जूट तथा अन्य पर्यावरण अनुकूल विषयों के उपयोग से होने वाले लाभों के प्रति जागरूक किया गया. उन्होंने बताया कि एकल उपयोग प्लास्टिक नदियों, मिट्टी और वायु को प्रदूषित करता है. मानव जीवन व पशुओं के लिए गंभीर स्वास्थ्य खतरे उत्पन्न करता है. इसके विपरीत जूट प्राकृतिक, जैव अपघटनीय, टिकाऊ व पर्यावरण के लिए सुरक्षित है. जूट उत्पादों के उपयोग से न केवल प्लास्टिक अपशिष्ट किया जा सकता है, बल्कि ग्रामीण कारीगरों व किसानों को भी सहयोग मिलेगा तथा हम एक सतत भविष्य की ओर बढ़ सकेंगे. प्रशिक्षण में बताया गया कि नागरिकों को यह भी प्रेरित किया जायेगा कि वे एकल उपयोग प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने और पर्यावरण अनुकूल विकल्प अपनाने का शपथ लेंगे. यह पहल स्वच्छता एक्शन प्लान और पर्यावरणीय सततता लक्ष्यों के अंतर्गत एक व्यापक संकल्प का हिस्सा है. जिसका उद्देश्य प्लास्टिक मुक्त व स्वस्थ समाज का निर्माण करना है. इस मौके पर क्षेत्रीय प्रबंधक जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड फारबिसगंज, सहायक निदेशक रसायन, कटिहार इंद्रजीत मंडल, लेखापाल जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड फारबिसगंज लक्ष्मीचंद समेत अलग-अलग प्रखंडों से आये कृषक शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

