– दर्जनों गांवों में घुसा बाढ़ का पानी, चारा की किल्लत से पशुपालक परेशान – शिविर चालू नहीं होने से रूखा सूखा खाकर बाढ़ पीड़ितों की कट रही जिंदगी अमदाबाद गंगा नदी के जलस्तर में निरंतर वृद्धि हो रही है. शनिवार को 24 घंटे के अंदर गंगा नदी के जलस्तर में 16 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है. गंगा नदी खतरे के निशान से 85 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. प्रखंड में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है. कई गांव बाढ़ की चपेट में है. बाढ़ पीड़ितों के बीच आवागमन से लेकर उठने बैठने की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है. उनके समक्ष भोजन पानी से लेकर पशु चारे की समस्या गंभीर हो गई है. पशुपालक चारा की संकट से जूझ रहे हैं. प्रखंड के दुर्गापुर, भवानीपुर खट्टी, पार दियारा, दक्षिणी करीमुल्लापुर, नगर पंचायत अमदाबाद के मुरलीराम टोला, भोलामारी, मेघु टोला, लक्खी टोला, बालमुकुंद टोला, हरदेव टोला, बलुआ, पासवान टोला, गोपालपुर सीज टोला सहित दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. ग्रामीण सड़कें सहित मुख्य सड़कों पर बाढ़ का पानी बह रहा है. कई स्थानों पर नाव का परिचालन हो रहा है. लोग नाव से प्रखंड मुख्यालय तक आवागमन कर रहे हैं. निरंतर गंगा नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए पीड़ित ऊंचे स्थानों की ओर रुख करने लगे हैं. सब अधिक आवागमन एवं पशु चारा की समस्याएं उत्पन्न हो गई है. बाढ़ के कारण लोक संक्रमित रोग से ग्रसित होने लगे हैं. बाढ़ पीड़ितों के लिए एवं बाढ़ के पानी से घिरे लोगों किस समक्ष कई तरह की गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो गई है. हालांकि आवागमन की दृष्टिकोण से अंचलाधिकारी ने आठ स्थानों पर नौका परिचालन कराई है. लेकिन संबंधित स्थान पर एक भी नौका का परिचालन दिखाई नहीं दे रहा है. यहां तक किसी सरकारी स्तर पर चलाई गई नाव में लाल झंडी भी नहीं लगाई गई है. स्थानीय लोग गैर सरकारी नाविक के नाव पर सवार होकर आवागमन करते हैं. गैर सरकारी नाव वाले व्यक्ति लोगों से अधिक पैसा ऐंठ भी रहे हैं. टीन के बने जुगाड़ नाव पर लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को विवश है. छोटी जुगाड़ नाव पर कई लोग सवार हैं, जो काफी जोखिम भरा है. बड़ी दुर्घटना का आमंत्रण भी दे रही है. इस दिशा में प्रशासन उदासीन बनी हुई है.
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