मक्का की फसल में दाना नहीं आने पर किसानों में हताशा
कोढ़ा. प्रखंड के बहरखाल व भटवारा पंचायतों के किसानों के लिए इस बार की खरीफ फसल पूरी तरह से बर्बादी का पैगाम लेकर आयी है. खेरिया बाजार स्थित एक खाद-बीज विक्रेता से खरीदे गये नकली मक्का बीज के कारण खेतों में पौधे तो उगे. लेकिन उनमें एक भी दाना नहीं आया. इस घटना से किसान सदमे में हैं. उन्होंने बीज विक्रेता पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया है. बहरखाल पंचायत के किसान यशपाल ऋषि, भटवारा के किसान शहाबुद्दीन, अब्दुल सलाम ने बताया कि उन्होंने 3355 किस्म का बीज मांगा था. लेकिन दुकानदार ने उन्हें टायगर 55 नामक बीज थमा दिया और कहा कि यह उच्च गुणवत्ता वाला है. इससे बेहतरीन उत्पादन होगा. किसानों ने विश्वास कर बीज को बो दिया. शुरुआत में पौधे अच्छे और हरे-भरे उगे. जिससे उन्हें उम्मीद थी कि इस बार अच्छी पैदावार होगी. लेकिन जब मक्का में दाना आने का समय आया, तो एक भी पौधे में मक्का नहीं निकला.भारी संकट में किसान
कई किसानों ने फसल लगाने के लिए साहूकारों और बैंकों से कर्ज लिया था. अब जब फसल बर्बाद हो चुकी है, तो कर्ज चुकाने की चिंता और परिवार पालने की चिंता दोनों ने उनकी रातों की नींद छीन ली है. एक किसान ने भावुक होकर कहा, हमने अपने बच्चों का पेट पालने के लिए यह फसल बोई थी. अगर अब भी सरकार ने हमारी बात नहीं सुनी, तो हमें खेती छोड़नी पड़ेगी. हमारी पूरी आजीविका इस फसल पर टिकी थी.प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया, जांच टीम गठित करने की तैयारी
इस मामले पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी रंजीत कुमार ने कहा कि किसानों की शिकायत गंभीर है. वैज्ञानिक पद्धति से जांच के लिए एक टीम गठित की जायेगी. जो खेतों का निरीक्षण करेगी. बीज की गुणवत्ता की जांच करेगी और किसानों के बयान दर्ज करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि दोषी पाये जाने पर बीज विक्रेता पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जायेगी.दोषी बीज विक्रेता पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग
किसानों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि दोषी बीज विक्रेता पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाय. हुए नुकसान की आर्थिक भरपाई की जाय, नकली बीज के व्यापार पर रोक लगाई जाय और खाद-बीज दुकानों की नियमित जांच और लाइसेंस सत्यापन हो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है