22 मार्च को होगा आमरण अनशन बरारी विधानसभा क्षेत्र के गुरमेला पंचायत के झौंवाकोल बांध के वार्ड नंबर 8 और 9 में विस्थापितों का एक अति आवश्यक बैठक का आयोजन पुनर्वास संघर्ष समिति के संयोजक विक्टर झा की अध्यक्षता में शुरू की गयी. बैठक में बताया गया कि 25 वर्षों से गंगा कटाव के द्वारा हुए विस्थापित फिर से सरकार के गलत नीतियों के कारण फिर से विस्थापित होने के कगार पर हैं. बिहार सरकार झौंवाकोल बांध पर सड़क का निर्माण कार्य करना चाहती है , लेकिन इस बांध पर पिछले 25 वर्षों से लगभग 200 विस्थापित परिवार रह रहे हैं. इस बैठक में इस समस्याओं के निदान के लिए यह तय किया गया की 22 मार्च को बरारी प्रखंड कार्यालय के प्रांगण में इन विस्थापितों परिवार अन्य , जल त्याग कर आमरण अनशन की शुरुआत करेंगे जब तक इन विस्थापितों के पुनर्वास और सड़क निर्माण कार्य को तुरंत रोकने के लिए प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठाती है.इस अवसर पर विक्टर झा ने कहा कि इन समस्याओं के लिए निदान के लिए 27 जनवरी के प्रगति यात्रा के दौरान माननीय मुख्यमंत्री से मिलने का समय जिला प्रशासन से मांगा था , लेकिन जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री से मिलने का व्यवस्था तो छोड़िए बल्कि उल्टे 2 दिन तक नजर बंद करके रखा जब आज 22 मार्च को पूरा कटिहार जिला स्थापना दिवस मना रहा है तो वही दूसरे तरफ इन विस्थापितों का घर तोड़ा जा रहा है. यह इनके मौलिक अधिकार का हनन है . बैठक में सैकड़ो महिलाएं बूढ़े युवा तथा कई सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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