– सरकारी स्तर पर किसी तरह की कोई राहत सुविधा बाढ़ पीड़ितों को नहीं करायी गयी है उपलब्ध कुरसेला नदियों के जलस्तर वृद्धि से क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है. घुरना बल्थी महेशपुर सड़क सह बांध पर मड़कोस नदी के बाढ़ का दबाव बढ़ता जा रहा है. तकरीबन आधा दर्जन जगहों पर सड़क भाग के क्षतिग्रस्त होने से इन जगहों पर बांध के पानी दवाब में कटने का खतरा उत्पन्न हो गया है. माना जा रहा है कि मड़कोस नदी के बाढ़ अधिक बढ़ने से बांध कट सकता है. बल्थी महेशपुर गांव के ग्रामीण बांध कटने के उत्पन्न खतरा को लेकर दहशत में हैं. पूर्व में बल्थी महेशपुर गांव के पोखर बांसबिट्टा के समीप बांध कट गया था. इस सड़क सह तटबंध के कटने से बल्थी महेशपुर सहित तकरीबन पच्चीस हजार की आबादी बाढ़ से तबाही मच गया था. तटबंध के कटने से बाढ़ का फैलाव बल्थी महेशपुर सहित समेली प्रखंड के नबाबगंज, मिल्की के अलावा एक बड़े भूभाग में फैलाव हो गया था. तटबंध पर उत्पन्न खतरा से बचाव करने का उपाय नहीं किया जा सका है. बाढ़ का उफान निरंतर बढ़ता जा रहा है. गंगा कोसी नदियों के जलस्तर वृद्वि से प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश गांव बाढ़ के चपेट में आ चुका है. हर तरफ बाढ़ तबाही से त्राहिमाम मचा हुआ है. सरकारी राहत सहायता के प्रारम्भ नहीं होने से प्रभावितों में आक्रोश है. उंचे जगहों पर शरण लेने वाले के समक्ष भोजन, पानी, शौच की समस्या खड़ी हो गयी है.
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