13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बाजार में अब तक नहीं लौटी रौनक

परेशानी. नोटबंदी के असर से उबर नहीं पाया है कटिहार, परेशान हैं लोग जिस रफ्तार से लोगों ने पांच सौ व हजार के पुराने नोट बैंक में जमा किये. उस अनुरूप बैंक द्वारा ग्राहकों को नकदी नहीं दिया जा रहा है. कटिहार : जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में नोटबंदी के बाद से उत्पन्न […]

परेशानी. नोटबंदी के असर से उबर नहीं पाया है कटिहार, परेशान हैं लोग

जिस रफ्तार से लोगों ने पांच सौ व हजार के पुराने नोट बैंक में जमा किये. उस अनुरूप बैंक द्वारा ग्राहकों को नकदी नहीं दिया जा रहा है.
कटिहार : जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में नोटबंदी के बाद से उत्पन्न स्थिति अब भी बरकरार है. बैंक प्रबंधन द्वारा नकदी निकासी को लेकर निर्धारित सीमा तय किये जाने के बाद से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. जिस रफ्तार से लोगों ने पांच सौ व हजार के पुराने नोट बैंक में जमा किये. उस अनुरूप बैंक के द्वारा ग्राहकों को नकदी नहीं दिया जा रहा है.
निर्धारित सीमा तय होने की वजह से अधिकांश बैंक शाखाओं में ग्राहक हर दिन कतार में लग कर रुपये निकाल रहे है. वहीं दूसरी तरफ एटीएम की स्थिति भी बदतर है. जिले में करीब 225 एटीएम स्थापित की गयी है. लेकिन मुश्किल से पांच से दस एटीएम ही कार्यरत हैं. यह एटीएम भी शहरी क्षेत्र में संचालित हो रही है. ग्रामीण क्षेत्रों के सभी एटीएम एक महीने यानी नोटबंदी के बाद से बंद पड़ा हुआ है. ग्रामीण क्षेत्र के बैंक शाखाओं से जुड़े ग्राहकों की स्थिति भी अत्यंत खराब है. नकदी नहीं होने का हवाला देकर बैंक प्रबंधन राशि निकासी की सीमा तय कर दी है.
एटीएम नहीं दे रहा है साथ
नोट की किल्लत से जूझ रहा बैंक शाखा अपने ग्राहकों को रुपये देने में कंजूसी तो कर ही रही है. एटीएम भी साथ नहीं दे रहा है. अधिकांश एटीएम के बंद रहने की वजह से लोगों को रुपये निकालने में कठिनाई हो रही है. बैंक शाखा पर ग्राहकों को निर्भर रहना पड़ रहा है. अधिकांश बैंक शाखा भी खाते से रुपये निकालने को लेकर सीमा निर्धारित कर दी है. इससे भी परेशानी बढ़ी हुई है. दैनिक उपभोग की वस्तु खरीदने के साथ-साथ रबी फसल व मक्का लगाने में भी लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.
मंदी के दौर से गुजर रहा बाजार
नोटबंदी के बाद से मंदी के दौर से गुजर रहा बाजार की स्थिति अब भी नहीं सुधरी है. आठ नवंबर से पूर्व बाजारों में जो रौनक थी. वह नोटबंदी के बाद से फीका पड़ा हुआ है. ठंड के मौसम में भी गरम कपड़े की बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में कम हो गयी है. न्यू मार्केट रोड़ में कंबल बेच रहे दुकानदार ने बताया कि हर साल ठंड में वह यहां कंबल की दुकान लगाते हैं. लेकिन इस बार अन्य वर्षों की तुलना में कंबल की बिक्री कम हो गयी है. इसी तरह मंगल बाजार के एक दुकानदार ने बताया कि भीषण ठंड होने के बाद भी पिछले वर्ष की तुलना में इस बार बिक्री मंदा है. गरम कपड़े के अलावा भी दूसरे अन्य प्रतिष्ठानों दुकानदारों के यहां बिक्री ठप पड़ा हुआ है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें