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गंगा व महानंदा नदी के जलस्तर में होने लगी वृद्धि

अमदाबाद : प्रखंड से होकर बहने वाली गंगा एवं महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने लगा है. गंगा एवं महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होते ही यहां के किसानों को बाढ़ के पानी में फसल डूब कर नष्ट हो जाने का चिंता सताने लगा है. ज्ञात हो कि अमदाबाद प्रखंड गंगा एवं महानंदा […]

अमदाबाद : प्रखंड से होकर बहने वाली गंगा एवं महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने लगा है. गंगा एवं महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होते ही यहां के किसानों को बाढ़ के पानी में फसल डूब कर नष्ट हो जाने का चिंता सताने लगा है. ज्ञात हो कि अमदाबाद प्रखंड गंगा एवं महानंदा नदी से घिरा हुआ है.

अमदाबाद प्रखंड में गंगा एवं महानंदा नदी के पानी से प्रत्येक वर्ष बाद आता है. बाढ़ में सैकड़ों एकड़ में लगी फसल डूब कर क्षतिग्रस्त एवं नष्ट हो जाता है. बाढ़ के मार से किसान की कमर टूट जाती है. अमदाबाद प्रखंड क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष बाढ़ होने के कारण यहां के किसान भदई फसल के रूप में मकई एवं पटसन की खेती वृहत पैमाने पर करते हैं.
गंगा, महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होते ही किसानों की चिंता साफ झलक रही है कि कहीं बाढ़ के चपेट में आकर भदई फसल बाढ़ के पानी में डूब कर नष्ट ना हो जाये. विष्णु सिंह, देवनाथ सिंह, रामपुरी, विनय मंडल, अजामिल मंडल आदि किसानों ने कहा कि प्रखंड के भौगोलिक स्थिति के कारण प्रखंड के अधिकांश कृषि युक्त भूमि में वर्ष में केवल दो ही फसल होता है.
उपरोक्त किसानों ने कहा कि प्रखंड के पूरब एवं उत्तर दिशा से महानंदा नदी तो पश्चिम एवं दक्षिण दिशा से गंगा नदी का बहाव होता है. प्रत्येक वर्ष उक्त नदियों के जलस्तर में व्यापक वृद्धि होने के कारण प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का पानी फैल जाता है. बाढ़ का पानी से खेतों में लगे फसल डूब कर नष्ट हो जाता है. उक्त लोगों ने कहा कि बाढ़ का पानी अधिक समय तक जमीन में जमे रहने के कारण समय पर खेती भी नहीं हो पाता है. उक्त लोगों ने कहा कि बाढ़ के कारण यहां की अधिकांश निचले हिस्से की जमीन में पटसन एवं मकई की खेती की जाती है.

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