मोहनिया सदर. भरखर में दो तालाबों के बीच बना हरियाली पार्क अपनी आकर्षक छवि से बेबस ही लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है. हरियाली पार्क सूर्योदय से पूर्व ही महिला, पुरुष व बच्चों से गुलजार हो रहा है, सभी वर्ग के लोग हरियाली पार्क पहुंच रहे हैं. हरियाली पार्क में सुबह के समय जिधर भी आपकी नजर जायेगी, उधर लोग व्यायाम व योग करते नजर आयेंगे. वहीं, बच्चों को झूला का लुप्त उठाते व पेंग मारते हुए ऐसा लगते है मानों उनकी इच्छा इस झूले से आसमान छूने की है. मालूम हो विगत 18 फरवरी को भरखर में मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा को लेकर हरियाली पार्क का निर्माण मनरेगा द्वारा कराया गया था. इस हरियाली पार्क के निर्माण पर लगभग 10 लाख रुपये खर्च किये गये हैं हरियाली पार्क के पूर्वी व पश्चिमी भाग में व्यायाम करने के लिए कई उपकरण लगाये गये है, जहां कभी घरों की दहलीज को भी पार नहीं करने वाली दुल्हनें भी अहले सुबह हरियाली पार्क पहुंचकर अपने को स्वस्थ व निरोग रखने के लिए जमकर व्यायाम कर रही हैं, और जैसे ही पुरुष वर्ग के आने का समय होता है आसमान में सूर्य की लालिमा आने से पहले ही हरियाली पार्क से निकल कर अपने घरों को वापस लौट जाती हैं. वहीं, कुछ महिलाएं पुरुष व बच्चों के साथ पार्क पहुंचती है. वृद्धावस्था को प्राप्त कर चुके लोग हरियाली पार्क में योग करते नजर आते हैं, तो अन्य सभी महिला पुरुष जिम करते दिखाई देते हैं. यहां ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं भी अपने व्यस्त जीवन के बीच समय निकालकर व्यायाम व जिम कर रही हैं, यह अपने आप में एक बड़ी बात है. # पोखरा का पिंड बन गया माॅर्निंग स्पॉट पंचायत सरकार भवन के सामने स्थित बड़े आकार में फैले तालाब के चारों तरफ पेवर ब्लॉक बिछाया गया है, जो खासकर भरखर के युवाओं के लिए आज मॉर्निंग स्पॉट बन गया है. सुबह के समय में बड़ी संख्या में युवा पोखरा के चारों तरफ दौड़ लगाते नजर आयेंगे. इस तालाब के सौंदर्यीकरण होने और तालाब के पिंड के चारों तरफ पेवर ब्लॉक लगाये जाने से युवाओं को रक्षा विभाग में जाने के लिए फिजिकल की तैयारी करने का यह एक अच्छा माध्यम मिल गया है. जहां कई युवा इस पोखर के तीन तरफ सरपट दौड़ लगाते हुए फिजिकल की अच्छी तैयारी करते नजर आ जायेंगे. पार्क में चार चांद लगा रहे आस्ट्रेलियाई मूल के पेड़ हरियाली पार्क की सुंदरता में चार चांद लगाने का काम ऑस्ट्रेलियाई मूल के फॉक्सटेल पाम ट्री कर रहे हैं, जिनको पार्क के चारों तरफ लगाया गया है, इस पेड़ की खासियत यह है कि यह पेड़ द्विलिंगी होता है इसका अर्थ है कि नर और मादा अलग-अलग होते है. बसंत ऋतु से लेकर गर्मी की शुरुआत तक इसमें फूल आते हैं, कलियों के बनने से लेकर फूलों के पूरी तरह खिलने में तीन से चार महीने का समय लगता है. इसकी खासियत यह है कि नर पेड़ में पीले रंग के फूल लगते हैं जबकि मादा पेड़ में लाल रंग के फूल खिलते हैं. फॉक्सटेल पाम ट्री की खोज पहली बार 1978 में ऑस्ट्रेलिया वनस्पतिशास्त्री डब्ल्यू जोन्स ने ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में केप यार्क प्रायद्वीप के एक दूरस्थ हिस्से में किया था, इसका नाम इसके झाड़ीदार लताओं के नाम पर रखा गया है जो एक लोमड़ी की पूंछ की तरह दिखता है # दो तालाबों के बीच पूरी तरह सुरक्षित है हरियाली पार्क दो तालाबों के बीच के पिंड का चौड़ीकरण कर हरियाली पार्क व जिम लगाया गया है. यह पार्क तीन तरफ तालाबों से घिरा हुआ है. यह हरियाली पार्क पूरी तरह सुरक्षित है. झूला झूलने या इसमें खेलने के दौरान बच्चे तालाब में नहीं गिरे, इसके लिए मजबूत कंक्रीट के पिलर गाड़ने के बाद उसमें चारों तरफ लोहे की भी जाली लगायी गयी है. इतना ही नहीं हरियाली पार्क को सुरक्षित रखने के लिए उसके चारों तरफ लोहे के जाली से घेराबंदी कर गेट भी लगाया गया है. गेट के ताला चाबी की जिम्मेदारी गांव के ही एक व्यक्ति को सौंपी गयी है, जो समय-समय पर हरियाली पार्क के गेट को खोलने व बंद करने का कार्य करते हैं. हरियाली पार्क मनरेगा द्वारा लगभग 10 लाख रुपये की लागत से बनाया गया है, जबकि पार्क के पूर्वी हिस्से में लगभग तीन लाख रुपये की लागत से जिम व पश्चिमी भाग में लगभग पांच लाख रुपये का जिम उपकरण लगाया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

