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पुसौली में जर्जर तार व पोल के सहारे कैसे होगी बिजली की सप्लाइ
पुसौली(कैमूर) : स्थानीय ग्रिड से जुड़े 107 गांवों मे बिजली सप्लाइ जर्जर तार पोल से होने के कारण हमेशा बिजली बंद रहती है, जहा नीचे तक लटकते तार एवं झुके हुए पोल से पुसौली के 107 गांवों के लिए बिजली सप्लाइ की जाती है. हमेशा थोड़ी भी तेज हवा चलने पर सप्लाइ बंद हो जाती […]
पुसौली(कैमूर) : स्थानीय ग्रिड से जुड़े 107 गांवों मे बिजली सप्लाइ जर्जर तार पोल से होने के कारण हमेशा बिजली बंद रहती है, जहा नीचे तक लटकते तार एवं झुके हुए पोल से पुसौली के 107 गांवों के लिए बिजली सप्लाइ की जाती है. हमेशा थोड़ी भी तेज हवा चलने पर सप्लाइ बंद हो जाती है और लोग अंधेरे में रहने के लिए विवश रहते हैं. गौरतलब है कि पुसौली के समीप एक नहीं दो पावर ग्रिड हैं.
एक भारत सरकार का तो दूसरा नदोखर में बिहार सरकार का जहां से भारत सरकार के ग्रिड से बिजली जम्मू कश्मीर से लेकर बंगाल तक जाती है, जबकि बिहार सरकार के ग्रिड से कोचस, मोहनिया, डेहरी सहित प्रदेश के कई हिस्सों में जाती है. लेकिन पुसौली बाजार के 107 गांव बिजली के लिए आज तक मरहूम हैं. यह कह सकते हैं कि दीपक तले अंधेरा.
पुसौली में बिजली की समस्या का मुख्य कारण है, जर्जर बिजली के तार एवं पोल, जो हल्की हवा एवं बारिश के बाद हमेशा बिजली बंद हो जाती है, जिसमें काफी नीचे झूलते तार एवं कम गहराई में गाड़े गये पोल के कारण बिजली ट्रिप करती है लेकिन इस समस्या को लेकर न पुसौली के जेई गंभीर हैं और न कुदरा के बिजली एसडीओ. लोग बिजली बिल देते हैं लेकिन इस उमस भरी गर्मी में लोगों को बिजली के लिए परेशानी उठानी पड़ती है. बरसात आने को है. 107 गांवों के ग्रामीण पहले से ही चिंतित हैं कि बिजली फिर हल्की बारिश एवं हवा में बंद रहेगी.
गौर करने वाली बात यह है की पूरे 107 गांवों के लिए बिजली की सप्लाइ की जाती है. इस क्षेत्र में एक नहीं बिजली बिल वसूली के लिए दो फ्रेंचाइजी खोल दिये गये हैं लेकिन बिजली को सुचारु रूप से चलाने के लिए कोई उपाय नहीं किया गया है. केवल बिजली बिल की वसूली ही मुख्य मुद्दा बना है. बरसात का समय आने को है. बिजली के तार हवा में झूल रहे हैं, तो इस स्थिति में बरसात में कैसे 107 गांवों में बिजली सप्लाइ होगी यह सोच कर लोग परेशान हैं.
दिन में भी बंद रहती है बिजली
पुसौली के 107 गांवों की बिजली सेवा दिन में रहने के बाचजूद बंद रहती है, जिसका कारण है दिन में हवा चलना, जबकि इस गर्मी में बचाव के लिए कूलर, एसी सहित अन्य उपकरण बेकार साबित हो रहे हैं, जो केवल रात में बिजली आती है. सुबह 10 बजे के बाद बंद कर दी जाती है, जबकि अब तो खेत के सभी गेहूं की फसल भी कट गयी. आग लगने की कोई वजह भी नहीं है फिर भी विभाग द्वारा जर्जर तार के कारण बिजली रहते हुए भी बंद कर दी जाती है.
आखिर नदोखर ग्रिड से कब मिलेगी बिजली
कुदरा प्रखंड के नदोखर पावरग्रिड के समीप नवनिर्मित पीएसएस से आखिर कब ग्रामीणों को बिजली मिलेगी, जबकि पूरा तैयार हो गया हैं केवल बिजली सप्लाइ कर उद्घाटन करना है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यदि उक्त पीएसएस से बिजली सप्लाइ शुरू हो जायेगी, तो बिजली की समस्या नहीं होगी, क्योंकि इस पीएसएस में आधा दर्जन फीडर हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्र से लेकर पुसौली बाजार तक बिजली की सप्लाइ की जायेगी.
24 घंटे तक घटाव सहित 50 गांवों की बंद रही बिजली
पुसौली(कैमूर) स्थानीय पीएसएस के पांच एमबीए से सप्लाइ होने वाले कुल 50 से अधिक गांवों की बिजली 24 घंटे तक बंद रही, जिसका मुख्य कारण था जर्जर तार जो दिन में चल रही तेज हवा के कारण आपस में तार संपर्क में आ जाते हैं, तो कई जगह तार कमजोर होने के कारण टूट कर गिर जाते हैं.
सोनाव गांव के पास तार टूट गया था, जिससे बुधवार को दिन में गायब हुई बिजली रात 12 बजे आयी. इसके कारण इस भीषण गर्मी में लोग परेशान रहे मालूम हो कि बिजली कुदरा प्रखंड के साथ-साथ मोहनिया प्रखंड के भिट्टी,देवरिया सहित कई गांवों में जाती है. बिजली सप्लाइ बंद रहने के कारण बुधवार को पूरे दिन से लेकर आधी रात तक लोग परेशान रहे .
क्या कहते हैं ग्रामीण
इस संबंध में घटाव निवासी रणविजय सिंह ने बताया कि हर वर्ष की तरह बरसात में बिजली की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जिसको लेकर विभाग के द्वारा कोई इस पर पहल नहीं की जा रही है. इस संबंध में देवरिया गांव निवासी रामप्रताप सिंह ने बताया कि जर्जर बिजली के तार पोल के कारण हमेशा बिजली ट्रिप करती है, जिसका बहाना बना कर लोग आराम फरमाते हैं बिजली को लेकर लोग परेशान हैं
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