कलेर. नवनियुक्त कृषि पदाधिकारीयों का आठ दिवसीय परिभ्रमण प्रशिक्षण कलेर में दिया जा रहा है. परिभ्रमण प्रशिक्षण के तीसरे दिन प्रखंड कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कुमार एवं प्रखंड तकनीकी सह उद्यान पदाधिकारी विकास कुमार निराला ने प्रशिक्षक के तौर पर उन्हें बीज गुणन प्रक्षेत्र सकरी, मसुदा सहित अन्य जगहों का परिभ्रमण कराया. परिभ्रमण के दौरान अधिकारियों को आवश्यक जरूरी जानकारी दी गयी. खेती किसानी से जुड़े सभी पहलुओं पर निर्देश देते हुए कहा कि कागज पर प्रशिक्षण से ज्यादा खेतों पर पहुंचकर रिसर्च करना चाहिए, ताकि भूमि का किस्म, सिंचाई के अतिरिक्त उर्वरक का इस्तेमाल ,कैसे करना चाहिए. यही नहीं किस भूमि पर कौन सा फसल उपयोगी साबित होगा एवं उसकी उत्पादक क्षमता क्या होगी. इस मौके पर प्रशिक्षक ने बताया कि प्रशिक्षुओं में दो अनुमंडल कृषि पदाधिकारी एवं 12 प्रखंड कृषि पदाधिकारी है जिन्हें क्षेत्र के भौगोलिक स्थिति की जानकारी दी गयी एवं बड़े पैमाने पर हो रहे फसलों के उत्पादन के बारे में अवगत कराया. प्रखंड कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कुमार ने बताया कि उ कि 4 मार्च तक यह प्रशिक्षण जारी रहेगा जिसमें गेहूं, सरसों, सब्जी, दलहन, वर्मी कंपोस्ट उत्पादन इकाई मधुमक्खीपालन, मशरूम उत्पादन, बागवानी जैसे आम की फलों पर विशेष रूप से जानकारी दिया जा रहा है. वहीं क्षेत्र के अनेक हिस्सों में लगे फसल पर उन्हें उपस्थित होकर भौतिक रूप से जानकारी दिया जायेगा, ताकि आने वाले समय में फसलों में लगने वाले रोग कीट व्याधि जमीन का किस्म के हिसाब से उर्वरक का इस्तेमाल तथा फलदार पौधे पर लगने वाले रोग को निदान करने में सहूलियत मिलेगी जिससे हमारा कृषि जगत वैज्ञानिक आधारित हो सके और किसानों को ज्यादा से ज्यादा उत्पादन मिले.
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