जहानाबाद सदर. शहर के संगम घाट पर दरधा नदी पर बनी पैदल फुटब्रिज का रेलिंग काफी जर्जर हो गया है. रेलिंग में कई जगह पर दरार आ गयी है, तो कई जगह रेलिंग टूट कर लटका हुआ भी है जिसकी वजह से हमेशा हादसा होने की संभावना बनी रहती है. सबसे ज्यादा विकट परिस्थिति तब उत्पन्न हो जाती है, जब एक साथ दोनों ओर से दो पहिया वाहन पार करने लगते हैं, वैसी स्थिति में दो पहिया वाहन चालक रेलिंग में सट जाते हैं, तब रेलिंग टूट कर गिरने का भी डर सताने लगता है. वहीं पैदल आने-जाने वाले लोग भी परेशान हो जाते हैं. दो पहिया वाहनों के गुजरने पर पैदल आने-जाने वाले लोग रेलिंग में सट जाते हैं, तब रेलिंग के टूटने का डर भी सताने लगता है. विदित हो कि संगम घाट पर नदी में बना पैदल फुट ब्रिज की रेलिंग जर्जर रहने की वजह से लोक आस्था के महापर्व छठ पर्व पर नगर परिषद द्वारा पैदल फुट ब्रिज की रेलिंग जर्जर रहने के कारण दो पहिया वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया था तथा दोनों और बैरिकेडिंग लगा दिया गया था, ताकि दो पहिया वाहन पैदल फुटब्रिज से गुजर नहीं सके, लेकिन स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासन द्वारा बनाये गये बैरिकेडिंग को तोड़ दिया और अब दो पहिया वाहनों का आवागमन दिन भर होते रहता है, जिसकी वजह से हादसा होने की संभावना बनी हुई है. बहुत ही उपयोगी है पैदल फुट ब्रिज : संगम घाट पर नदी में बना हुआ पैदल फुटब्रिज शहरवासियों के लिए बहुत ही उपयोगी है. बाजार एवं गौरक्षणी को जोड़ने वाला पैदल फुट ब्रिज पर दिन-रात आवागमन होते रहता है. बाजार से गौरक्षणी स्थित मांडेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए बड़ी संख्या में लोग आते-जाते रहते हैं. वहीं गौरक्षणी स्थित कृष्ण गोशाला भी शहरवासियों के लिए लोक आस्था का प्रतीक है और वहां भी लोग गौ माता की सेवा करने के लिए बड़ी संख्या में आते-जाते हैं. इसके अलावा गौरक्षणी की आबादी भी काफी बड़ी हो चुकी है, जिसकी वजह से दिन भर लोगों का आवागमन होते रहता है. यहां तक कि देर रात तक भी लोग आते-जाते रहते हैं, वैसी स्थिति में पैदल फुट ब्रिज की रेलिंग जार्ज रहने के कारण हादसा होने की संभावना हमेशा बनी रहती है.
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