जहानाबाद
. कहा जाता है कि कुदरत के आगे किसी की नहीं चलती है. कड़ौना थाना क्षेत्र के पटना-गया एनएच पर बीती रात लोदीपुर के समीप हुए भीषण सड़क हादसा में ऐसा ही देखने को मिला जहां सड़क दुर्घटना में किसी का बेटा छिन गया तो किसी ने पति खो दी. दुर्घटना में एक साथ दो परिवार की जिंदगी से हमेशा के लिए खुशी गायब हो गई, जो शायद कभी लौट कर नहीं आएगी. खुशनुमा माहौल में बारात जाने वाले प्रिंस को क्या पता था कि आने वाला दूसरे सूर्य की किरण नहीं देख पाएगा और हमेशा के लिए मौत की चिर निंद्रा में सो जाएगा और शायद लाल भदसारा के रहने वाले शैलेंद्र कुमार के पुत्र प्रिंस कुमार (12 वर्ष ) के साथ कुदरत को यही मंजूर था, जहां क्षण भर में सारी खुशी गम में तब्दील हो गयी.
बताया जाता है कि प्रिंस दो बहन व एक भाई में घर का इकलौता चिराग था. बच्चों की मौत के बाद चारों ओर मातम व सन्नाटा छाया है. घर में शैलेंद्र की पत्नी विभा देवी का रो- रो कर हाल बुरा है. बहन संध्या कुमारी (8 वर्ष) एवं सुहानी कुमारी (5 वर्ष) के चेहरे से रंगत उड़े थे. परिजन को रोते देख वह भी बिलख रहे थे. उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा था कि आखिरकार कुदरत ने कैसा खेल रचा जिसमें उन्होंने हमेशा के लिए अपना भाई खो दिया. प्रिंस के पिता शैलेंद्र लुधियाना में प्राइवेट नौकरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं लेकिन दुर्घटना ने उनके जीवन को झकझोर कर रख दिया है. बेटे की मौत की खबर मिलते ही वह पूरी तरह से टूट पड़े हैं. परिजन ने बताया है कि अब उन्हें कोई संतान नहीं हो सकता.
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