जहानाबाद नगर. अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) एवं मनरेगा मजदूर सभा के राजव्यापी कार्यक्रम के तहत जिले के घोसी, मोदनगंज, हुलासगंज, काको, मखदुमपुर व सदर प्रखंड पर धरना-प्रर्दशन का कार्यक्रम आयोजित हुआ. उक्त धरना कार्यक्रम में नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार आंकड़ों की बाजीगिरी खत्म करे यथार्थ पर खड़ा होकर समाधान करे. भारत सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत महज देश भर में 58000 शेष बचे हैं. 36 लाख 58 हजार को आवास बन गया. ठीक उसी प्रकार बिहार में महज 1 लाख 2 हजार और बनना बाकी है. 6 लाख 88 हजार का आवास बन गया या बनने की प्रक्रिया में है परंतु जमीनी हकीकत कुछ और ही है. बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ सात लाख करीब है तथा परिवारों की संख्या 3.5 करोड़ है. डॉ डी बंदोपाध्याय द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार 21 लाख 68 हजार ऐसे परिवार हैं जो भूमिहीन हैं. सरकार अगर इन लोगों को जमीन देने के बजाय बसे हुए भूमि पर से उजाड़ रहा है, तो आखिर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बना कहां महज 15 साल के अंदर जिले में हुलासगंज प्रखंड के बीर्रा गांव में 35 परिवार को जमीन मात्र दिया है, मकान नहीं. हाटी से लेकर बढ़ौना इंदरपुर एवं अन्य जगह बुलडोजर चलाये गये. नेताओं ने मांग किया है कि खुद से हमने जो प्रखंड व जिला में पूर्व आवेदन दिया है उसकी जांच कर समस्या का समाधान किया जाये. पुराने जॉब कार्ड रद्द करने के बजाय, पंचायत में कैंप लगाकर जॉब कार्ड बनाया जाये. बिचौलियों पर लगाम लगे. सदर प्रखंड में खेग्रामस के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र रविदास, जिला सचिव रामाधार सिंह, भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य श्रीनिवास शर्मा, ब्रह्मदेव प्रसाद, हसनैन अंसारी, प्रमिला देवी, दिनेश दास, मेघा मांझी, मखदुमपुर प्रखंड में भागीरथ मांझी की अध्यक्षता में, मोदनगंज प्रखंड में बाला लखनदार विंदू की अध्यक्षता में, घोसी प्रखंड में बुंदेल दास की अध्यक्षता में एवं हुलासगंज प्रखंड में अवधेश पंडित की अध्यक्षता में धरना-प्रदर्शन किया गया.
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