करपी. बम्भई गांव में ठाकुर जी का नगर भ्रमण कराया गया. जुलूस के रूप में निकाली गयी नगर भ्रमण में बड़ी संख्या के स्थानीय श्रद्धालु शामिल थे. स्थानीय समाजसेवी राघवेंद्र शर्मा ने बताया कि यह परम्परा डेढ़ सौ वर्ष पूर्व से चली आ रही है. रामनवमी के एक दिन पूर्व रात में पंडित जी के घर से ठाकुर जी को लाया जाता है एवं गांव के किसी भक्त के दरवाजे पर रखा जाता है. इस बार ठाकुर जी को सिद्धनाथ शर्मा के दरवाजे पर पूरे विधि विधान के साथ रखा गया. रविवार की दोपहर बाद रामनवमी के झंडे बदलने के पूर्व पुनः ठाकुर जी का पूरे विधिविधान के साथ नगर भ्रमण कराया जाता है जो जुलूस के रूप ले लेता है. इस भ्रमण में गांव के अतिरिक्त आसपास के गांव के लोग भक्ति में झूमते हुए नगर भ्रमण में शामिल होते हैं. नगर भ्रमण के बाद पुनः ठाकुर जी को उसी दरवाजे पर रखा जाता है जहां पर रामनवमी के एक दिन पूर्व रात्रि के रखा गया था. छह दिन इसी दरवाजे पर ठाकुर जी विराजमान रहेंगे जिन्हें गृह स्वामी समेत गांव के अन्य लोग पूजा अर्चना कर गांव की खुशहाली की कामना करेंगे. सातवें दिन पुनः ठाकुर जी पंडित जी के घर वापस चले जाएंगे. एक साल बाद पुनः रामनवमी के एक दिन पूर्व ठाकुर जी को पूरे विधिविधान के साथ गांव ने लाया जायेगा.
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