जहानाबाद
. शहर के एनएच 22 से फिदा हुसैन रोड होते हुए हवाई अड्डा जाने वाली जर्जर सड़क का न्यूज प्रभात खबर में प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया. पिछले एक दशक से यह सड़क जर्जर और गड्ढे में तब्दील होकर इससे होकर आने-जाने वालों का मुंह चिढा रही थी, जिसे लेकर स्थानीय लोगों में भारी रोष व्याप्त था. सड़क के निर्माण को लेकर उसे क्षेत्र की जनता जहानाबाद नगर परिषद से लेकर आरडब्लूडी और जिला प्रशासन तक से गुहार लगाकर थक चुकी थी, किंतु निर्माण तो दूर उसकी मरम्मत भी नहीं करायी जा रही थी. खस्ताहाल सड़क को लेकर इन दोनों सड़कों के आसपास रहने वाले लोगों ने सड़क पर जगह-जगह रोड नहीं तो वोट नहीं के बैनर लगा दिये. इस खबर को प्रभात खबर ने जहानाबाद के अंक में पिछले 12 सितंबर को पेज संख्या चार पर ’रोड नहीं, तो वोट नहीं का लगाया बैनर’ की हेडलाइन से लीड खबर के रूप में प्रकाशित की थी. खबर के प्रकाशित होने के बाद जहानाबाद की जिलाधिकारी अलंकृता पांडेय हरकत में आई और उन्होंने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को अभिलंब दोनों सड़कों की मरम्मत का निर्देश दिया. जिलाधिकारी के निर्देश के बाद नगर परिषद प्रशासन भी एक्टिव हो चुका है. सड़क के गड्ढों को भरने के लिए रवीश और रोडे गिराये जा रहे हैं. निर्माण न सही सड़क की मरम्मत का काम शुरू होने पर उक्त क्षेत्र की जनता में खुशी व्याप्त हो गयी है. स्थानीय नागरिक बरसात में सड़क पर बने गड्ढे में जमा पानी के बीच पैदल चलने में भी हो रही परेशानी को लेकर काफी आक्रोशित हो गये थे. उनका आरोप था कि इलेक्शन के समय नेता और प्रत्याशी चुनाव के बाद तुरंत सड़क बना देने का भरोसा दिलाते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई देखने तक नहीं आता है. इसको लेकर लोगों ने सड़क नहीं बनने पर वोट नहीं देने का ऐलान कर दिया तथा फिदा हुसैन रोड और एरोड्रम रोड पर जगह जगह स्थानीय नागरिकों ने रोड नहीं तो वोट नहीं के बैनर लगा दिये. इस खबर को प्रभात खबर ने अपने अखबार में काफी अच्छी जगह दी इसके कारण जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित हो सका. इसके बाद इस सड़क पर मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है. एक दशक से यह सड़क खस्ताहाल थी. इलाके के लोग पिछले 10 साल से इस सड़क के निर्माण की बाट जोह रहे थे. बावजूद इसके इस सड़क के निर्माण के लिए कोई पहल नहीं की जा रही थी. नगर परिषद और आरडब्ल्यूडी दोनों निर्माण के लिए एक दूसरे पर जिम्मेवारी डाल रहा था. इन दिनों बरसात में सड़क पर बने अनगिणित गड्ढों में पानी जमा हो गया था. बारिश होने के बाद पानी सड़क पर फैलने के कारण इस सड़क से होकर गुजरना मुश्किल हो गया था. शहर के अन्य क्षेत्र में रहने वाले लोग इधर से होकर जाने में कतरा रहे थे. पिछले तीन दशक में इस नाले की उड़ाही में लाखों नहीं बल्कि करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो चुके हैं. इस इलाके के लोग बताते हैं कि करीब 20 साल पहले इस सड़क का निर्माण हुआ था. सड़क पर पीसीसी की ढलाई की गयी थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

