हुलासगंज. परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया. यह बैठक पीएसआइ इंडिया के सौजन्य से आयोजित की गयी, जिसमें ग्रामीण चिकित्सकों को परिवार नियोजन में पुरुषों की भूमिका को बढ़ावा देने के लिए उन्मुख किया गया. बैठक की अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने की. उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन को सफल बनाने में पुरुषों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है, लेकिन जागरूकता की कमी के कारण वे अभी भी इस विषय में पीछे हैं. उन्होंने ग्रामीण चिकित्सकों से अपील की कि वे समुदाय स्तर पर जाकर पुरुषों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करें और उन्हें इसके लाभों की जानकारी दें. बैठक में पीएसआइ इंडिया के कार्यक्रम प्रबंधक नीरज कुमार और डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि राकेश रंजन ने भी अपने विचार रखे. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा परिवार नियोजन के लिए विभिन्न अस्थायी एवं स्थायी विधियां उपलब्ध कराई गई हैं, जिनमें कंडोम, कॉपर-टी, ओरल पिल्स, अंतरा इंजेक्शन, नसबंदी आदि शामिल हैं. पुरुषों को इन साधनों के बारे में सही जानकारी देकर उनकी सहभागिता को बढ़ाया जा सकता है. बैठक में यह भी चर्चा हुई कि पुरुषों में परिवार नियोजन को लेकर कई भ्रांतियां और गलत धारणाएं हैं, जिन्हें दूर करना जरूरी है. इसके लिए सामुदायिक स्तर पर विशेष जागरूकता अभियान चलाने और ग्रामीण चिकित्सकों की भूमिका को सशक्त बनाने की आवश्यकता है. इस अवसर पर उपस्थित सभी चिकित्सकों ने परिवार नियोजन कार्यक्रम को मजबूत करने में अपने सहयोग का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि वे ग्रामीण स्तर पर पुरुषों को जागरूक करने और उनकी मानसिकता बदलने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के कई अन्य अधिकारी, ग्रामीण चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी भी मौजूद रहे.
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