जहानाबाद नगर : मगध प्रमंडल के आयुक्त सह निर्वाचक सूची प्रेक्षक जितेंद्र श्रीवास्तव ने जहानाबाद एवं अरवल जिले में निर्वाचक सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा की. समीक्षा के क्रम में मतदाताओं का नाम जोड़ने, हटाने, उसमें संशोधन करने सहित अन्य कार्यों की जानकारी प्राप्त की. ग्राम प्लेक्स भवन में संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए आयुक्त ने मल्टीलेयर चेकिंग के अंतर्गत जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी तथा सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी द्वारा की गयी जांच की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि मतदाताओं के आवेदन को स्वीकृत किया गया अथवा अस्वीकृत इसकी जानकारी मतदाताओं को मिलना आवश्यक है.
उन्होंने कहा कि निर्वाचन एक तकनीकी प्रक्रिया है जिसके तहत भारत निर्वाचन आयोग द्वारा स्थापित नियमों एवं निर्देशों का अक्षरश: पालन किया जाता है. उन्होंने निर्देश दिया कि किसी भी मतदाता का नाम हटाने की स्थिति में पूरी तरह सत्यापन करा ली जाये तथा पूरे कागजात के साथ नोटिस अवश्य जारी करें. डिलीशन को काफी गंभीरतापूर्वक लेते हुए पूरे प्रमाण के साथ करना आवश्यक है. बैठक में निर्देश दिया गया कि 22 दिसंबर तक नाम जोड़ने तथा हटाने की प्रक्रिया जारी रहेगी. मल्टीलेयर चेकिंग के दौरान क्षेत्र में आने वाली समस्याओं के बारे में जिला निर्वाचन पदाधिकारी , निर्वाचक पदाधिकारी तथा सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को सुना.
आयुक्त ने निर्देश दिया कि शिफ्टिंग वोटर्स के मामले में राजनैतिक दलों के साथ बैठक कर शिफ्टिंग वोटर्स के बारे में चर्चा करते हुए उन्हें बताया जाये. मृत्यु के केस में मृत्यु प्रमाणपत्र के आधार पर मतदाता का नाम डिलिशन करने का निर्देश दिया. बीएलओ के द्वारा क्षेत्र में डोर टू डोर जाकर नाम जोड़ने तथा हटाने संबंधी कार्यों को किया गया है. आयुक्त ने प्रपत्र 08,07 एवं 08क की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिया .उन्होंने कहा कि मल्टीलेयर चेकिंग में जो कुछ भी त्रुटियां पायी गयी है उसका निराकरण करायें. इसमें सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को प्रमाणपत्र देना है कि सभी बीएलओ द्वारा डोर टू डोर विजिट किया गया है.
आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया कि जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ पदाधिकारी सहित इमिनेंट परसन का नाम किसी भी रूप में छूटे नहीं इसे अवश्य ध्यान में रखा जाये. बैठक में डीएम आलोक रंजन घोष, अरवल डीएम सतीश कुमार सिंह के अलावा निर्वाचन से जुड़े दोनों जिलों के अन्य पदाधिकारी शामिल थे.