जहानाबाद (नगर) : कार्तिक पूर्णिमा को लेकर जिले की सभी नदियों एवं सरोवर घाटों पर डुबकी लगाने के लिए अहले सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी रही. विशेष कर शहरी क्षेत्र स्थित दरधा-यमुना के संगम तट पर डुबकी लगाने के लिए काफी संख्या में भक्त पहुंचे थे. विशेष रूप से महिला भक्तों का जमावड़ा लगा हुआ था, जो संगम में डुबकी लगाने के बाद माता मांडेश्वरी के दरबार में पूजा-अर्चना करती देखी गयी. कुछ ऐसा ही हाल जिले के ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिला,
जहां नदियों एवं सरोवरों में बड़ी संख्या में भक्त डुबकी लगा रहे थे. कार्तिक पूर्णिमा के कारण प्रात:काल स्नान आदि कर भक्तों ने सूर्यदेव को जल अर्पित किया. जल में चावल और लाल फूल भी डाले हुए थे. ऐसी मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान-दान करने से सभी प्रकार के कष्टों की मुक्ति मिलती है. इस दिन पूजा-उपवास करने से समृद्धि आती है.
ऐसा कहा जाता है कि कुंडली दोष भी दूर हो जाता है. पौराणिक कथा के अनुसार आज ही भगवान शिव ने त्रिपुर राक्षस का वध कर संसार को उससे मुक्ति दिलायी थी. इसके बाद उन्हें त्रिपुरारी कह पूजा की जाने लगी. कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान व पूजा-पाठ के उपरांत भक्त चावल से बनी लाई का उपयोग करते देखे गये. कार्तिक पूर्णिमा के कारण शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर लाई बेचनेवालों के ठेले व खोमचे लगे थे.