झाझा. पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से नागी-नकटी पक्षी अभयारण्य में दो दिवसीय बिहार राजकीय पक्षी महोत्सव कलरव 2025 शुक्रवार को समाप्त हो गया. महोत्सव में पक्षी प्रेमियों का एक बार फिर से समागम हुआ, जहां स्टाल लगाकर लोगो को पक्षियों के बारे में जानकारी दी गयी. तृतीय राजकीय पक्षी महोत्सव कई यादगार पल छोड़ गये. महोत्सव समाप्ति पर वन प्रमंडल पदाधिकारी तेजस जायसवाल ने कहा कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने पक्षियों के संरक्षण और नागी-नकटी पक्षी अभयारण्य को एक पर्यटन स्थलों में विकसित होते देख अपनी खुशी व्यक्त की. नागी पक्षी अभयारण्य क्षेत्र को राजस्व विभाग द्वारा इको टूरिज्म क्षेत्र के विकास हेतु जमीन आवंटन किया गया है. इससे क्षेत्र के विकास को बल मिलेगा. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्यभर में पर्यावरण और वन्यजीव के अधिवास के संरक्षण को लेकर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. उन्होंने कर्मचारियों और पक्षी प्रेमियों के प्रयासों को सराहते हुए कहा कि वे बिहार राज्य में गरुड़ संरक्षण, एशियाई जलीय पक्षी गणना और इको टूरिज्म के क्षेत्र में विकास बेहद महत्वपूर्ण कार्य में शामिल है. पक्षी विशेषज्ञों और पक्षी प्रेमियों ने पक्षी सेमिनार में पक्षी की विविधता, खतरा, रोग और उपचार प्रबंधन, संरक्षण आदि महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की. जिसमें मंदार नेचर क्लब के अरविंद मिश्रा, पक्षी विशेषज्ञ नवीन कुमार, डॉ संजीत कुमार, अमीर रिज़वान खान ने अपने महत्वपूर्ण व्यक्तव्य में इन विषयों पर चर्चा की. बर्ड रेस में पक्षी प्रेमियों और विशेषज्ञों ने 100 से अधिक प्रजातियों को डॉक्यूमेंट किए, जिसमें भट तीतर, नुक़री, इंडियन इगल आउल जैसे महत्वपूर्ण और दुर्लभ पक्षी भी देखने को मिलें. मौके पर कई लोग मौजूद थे.
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