खैरा. काम करने तमिलनाडु गये एक पिता-पुत्र के लापता होने के बाद उसके परिजन चिंतित है. परिजन किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत है. जानकारी के अनुसार, खैरा बाजार स्थित महादलित बस्ती निवासी प्रवासी मजदूर संजीत मांझी और उसके पिता छिलो मांझी कमाने के लिए तमिलनाडु गये थे. परंतु पिछले छह दिनों से ना तो उनकी कोई खबर आयी और न ही परिजनों से उनका कोई संपर्क हो सका है. छिलो मांझी की पत्नी सुमा देवी ने बताया कि अब से करीब पंद्रह दिन पहले उसका पति काम करने के लिए तमिलनाडु गया था. वो वहां मकान निर्माण में मजदूर का काम करता था. सात दिन बाद उसने अपने पुत्र संजीत मांझी को भी वहीं बुलवा लिया था. संजीत राजमिस्त्री है और दोनों पिता पुत्र एक साथ एक ही जगह काम कर रहे थे. सुमा देवी ने कहा कि जहां वो लोग रहते हैं वहां आस पास के गांव के और भी लोग रहते हैं. जब से उनका बेटा संजीत काम करने के लिए तमिलनाडु गया है, तब से उनकी कोई बात नहीं हो सकी है. सुमा देवी ने बताया कि अभी तीन दिन पहले साथ रहने वाले युवकों से बात हुई और उन्होंने बताया कि वह पांच लोग एक साथ घर आ रहे हैं. तीन दिन तक परिजनों इंतजार किया, लेकिन जब तीसरे दिन तीन युवक घर वापस आ गए और वह दोनों पिता-पुत्र घर नहीं आए तब उन्हें उनकी फिक्र सताने लगी. महिला ने अपने पति और पुत्र को ढूंढने की गुहार लगाई है.
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