जमुई. सदर प्रखंड के ठंड स्थित दर्पण संकुल स्तरीय संघ परिसर में शनिवार को स्थाई नीरा काउंटर का शुभारंभ किया गया. इसका उदघाटन मद्द निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, बिहार पटना से आए उपायुक्त मद्यनिषेध संजय कुमार, उत्पाद अधीक्षक सुभाष कुमार, जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक संजय कुमार द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर किया गया. इस दौरान प्रबंधक संचार सुनीता कुमारी, युवा पेशेवर (कृषि) शालिनी कुमारी, युवा पेशेवर (पशुधन) निधि कुमारी, प्रभारी प्रबंधक (गैर कृषि) आलोक, क्षेत्रीय समन्वयक दिनेश कुमार दास, सामुदायिक समन्वयक डेजी कुमारी, टैपर्स एवं जीविका दीदियां उपस्थित रहीं. कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त मद्यनिषेध संजय कुमार ने मुख्यमंत्री नीरा संवर्धन योजना के तहत टैपर्स एवं जीविका दीदियों से संवाद किया और उन्हें नीरा उत्पादन, गुणवत्ता नियंत्रण और विपणन से जुड़ी जानकारियां दीं. इस मौके पर नीरा कारोबार से जुड़े टैपर्स और उनके परिवारों को लाइसेंस भी प्रदान किए गये. उन्होंने बताया कि नीरा में कैल्शियम, आयरन, जिंक और विटामिन जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो मधुमेह, टीबी और कब्ज जैसी बीमारियों से राहत दिलाने में सहायक हैं. उन्होंने नीरा को स्वस्थ, स्वच्छ और पोषक पेय बताते हुए इसके व्यवसायिक संभावनाओं को रेखांकित किया और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीरा संवर्धन योजना का उद्देश्य खमीरयुक्त ताड़ के रस के सेवन को हतोत्साहित कर नीरा उत्पादन एवं बिक्री को प्रोत्साहन देना है. इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तर के मद्यनिषेध पदाधिकारियों को जिलों में आवंटित किया गया है, जो स्थानीय प्रशासन एवं जीविका से समन्वय कर योजना के निरीक्षण एवं प्रगति की रिपोर्ट आयुक्त उत्पाद विभाग को भेजते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है