सोनो. प्रखंड मुख्यालय सोनो के दिल कहे जाने वाले चौक के बिल्कुल समीप स्थित आदर्श मध्य विद्यालय और प्लस टू परियोजना बालिका उच्च विद्यालय के परिसर को कूड़ा दान बना दिया गया है. स्थिति ऐसी हो गयी है कि बरसात के जमा गंदा पानी व फेंके गये कूड़े के कारण अब बच्चे इस गंदगी और उससे उठती बदबू के बीच पढ़ाई करने को मजबूर हैं. इस परिस्थिति में स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. स्कूल का इसी क्षेत्र में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, संकुल संसाधन केंद्र और प्रखंड संसाधन केंद्र का भी साझा स्थान है. यानी शिक्षा के मंदिर का यह क्षेत्र कूड़े और बदबू का गढ़ बन गया है. लापरवाही ऐसी है कि स्थानीय दुकानदारों ने विद्यालय परिसर को ही कूड़ा का डंपिंग यार्ड बना दिया है. जगह-जगह फैली गंदगी और उससे लगातार उठती बदबू के बीच उन्हीं के बच्चे पढ़ाई करने को मजबूर हैं. बच्चों को विद्यालय भी इसी गंदगी के बीच से होकर गुजरना पड़ता है, इससे उनका स्वास्थ्य भी खतरे में है. विडंबना यह है कि जो दुकानदार यह गंदगी फैला रहे हैं, उनके ही बच्चे इस विद्यालयों में पढ़ते हैं. बावजूद इसके उन्हें न अपने बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता है और न ही परिसर की स्वच्छता की. विद्यालय के शिक्षक परेशान हैं. ज्यादा कूड़ा जमा होने पर विद्यालय प्रधान सफाई कराते हैं, लेकिन दो चार दिन के बाद फिर लोग कूड़ा फेंकना शुरू कर देते हैं. आदर्श मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुनील कुमार कहते हैं कि विद्यालय परिसर को साफ-सुथरा रखने का प्रयास किया जाता है. विद्यालय परिसर में कूड़े के ढेर से उठने वाली बदबू से छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी होती है. स्थानीय दुकानदारों को कूड़ा फेंकने से मना किया जाता है लेकिन स्थिति नहीं सुधर रही है. प्रशासन से इसकी शिकायत की गई है पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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