झाझा. बलियाडीह गांव में रविवार को हनुमान मंदिर से पाठ कर लौटने के दौरान हुई मारपीट मामले में बीडीओ रवि व सीओ आरती भूषण लगातार गांव में मौजूद रहकर मॉनीटरिंग करते दिखे. दो गुटो के बीच हुए विवाद के बाद दूसरे दिन सोमवार को भी शांतिपूर्ण माहौल कायम रहे, इसके लिए पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. गांव के हर चौक पर बाहर से आयी एंटी राइट बटालियन की पुलिस घूमती नजर आयी. घटना के बाद से पुलिस शांति व्यवस्था को पूरी तरह से नियंत्रण करने में लगी है. लोगों के बीच किसी तरह अफवाह न फैले या फिर अन्य किसी तरह की घटना न हो, इसको लेकर वरीय पदाधिकारी के आदेशानुसार पुलिस घटनास्थल पर लगातार गश्त कर रही है. पुलिस बल को ठहरने के लिए बलियाडीह गांव में हाइस्कूल को कैंप के रूप में तब्दील कर दिया गया है. इसके अलावा थाने में भी बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद है. घटना के बाद जिले के वरीय पदाधिकारी के आदेश पर एसडीपीओ राजेश कुमार स्वयं हर एक पल की खबर बलियाडीह से लेने के बाद वरीय पदाधिकारी को देते नजर आए. बताते चलें कि बलियाडीह गांव में हिंदू स्वाभिमान संगठन द्वारा धार्मिक कार्यक्रम कर घर लौटने के दौरान बलियाडीह गांव के बीच टोला में रोड़ेबाजी के दौरान जमुई के नप उपाध्यक्ष नीतीश कुमार, खुशबू पांडेय सहित अन्य आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गया थे. गंभीर रूप से घायल नीतीश कुमार को रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. नप उपाध्यक्ष के घायल होने के बाद आक्रोशित लोगों ने जमुई बाजार सोमवार को बंद कर विरोध जताया. जमुई बाजार बंद होने की सूचना पर झाझा बाजार के दुकानदारों ने भी अपनी -अपनी दुकानें बंद कर दीं. दुकानदारों ने बताया कि हमलोगों ने स्वेच्छा से दुकान बंद किया है. बाजार में दुकान बंद होने से लोग बाजार में जरूरत की सामग्री लेने के लिए परेशान दिखे.
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