सोनो. प्रखंड मुख्यालय सोनो में 28 मार्च से 31 मार्च तक आयोजित होने वाले चार दिवसीय 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ भव्य कलशयात्रा के साथ हो गया. मध्य विद्यालय सोनो के मैदान से शुक्रवार की सुबह कलश शोभायात्रा निकाली गयी, इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. पीला वस्त्र धारण किए सैकड़ों महिलाएं माथे पर कलश लेकर ढोल बाजे के साथ जब निकली तब बड़ा ही विहंगम दृश्य दिख रहा था. शोभायात्रा में कई तरह की झांकियां भी थीं. गायत्री परिवार से जुड़े महानुभावों व कार्यकर्ताओं के अलावे सैकड़ों गणमान्य और बड़ी संख्या में ग्रामीण कलश यात्रा में शामिल हुए. यात्रा पूरे बाजार का भ्रमण करते हुए यज्ञ स्थल पर वापस पहुंची. इस दौरान ‘गायत्री माता की जय’ और ‘वेद माता की जय’ के जयघोष गूंजते रहे. कलश यात्रा के दौरान जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए शर्बत और पानी की व्यवस्था की गयी थी. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी श्रद्धालुओं को पानी पिलाया. डाॅ परवाज अपने सहयोगियों के साथ सेवा में लगे दिखे. कलश शोभायात्रा में हजारों की भीड़ के कारण स्थानीय पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा. अपर थानाध्यक्ष मनकेश्वर प्रसाद, एसआइ रामाशीष सिंह, एसआइ रूबी कुमारी पुलिस बल के साथ यात्रा के दौरान में मौजूद रहे. जयकारों के उदघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. आयोजन समिति ने बताया कि महायज्ञ का उद्देश्य समाज में शांति, सद्भाव और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देना है. नारी सशक्तिकरण का उद्देश्य भी फलीभूत होता दिखा. कलश शोभा यात्रा पूरे शहर में भ्रमण कर वापस यज्ञ स्थल पर पहुंचा. इस दौरान पंचायत की मुखिया रेखा देवी, पूर्व प्रमुख सत्येंद्र राय, राजेन्द्र राय, जनार्दन वर्णवाल, उमेश वर्णवाल, संतोष भगत, रितेश वर्णवाल, अमर वर्णवाल, रतन कुमार वर्णवाल, प्रवीण कुमार भगत, विनय वर्मा, रंजीत सिंह, कामदेव सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग आयोजन को सफल बनाने में लगे रहे.
गायत्री महायज्ञ से सोनो का वातावरण हुआ भक्तिमय
अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से 28 मार्च से 31 मार्च तक मिडिल स्कूल मैदान सोनो में आयोजित इस महायज्ञ को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है. शुक्रवार को हुए भव्य कलश यात्रा के साथ ही सोनो क्षेत्र का वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय हो गया. यज्ञ में हवन, प्रवचन, भजन-कीर्तन और संस्कार का आयोजन होगा. आयोजन को सफल बनाने में स्थानीय गणमान्य और गायत्री परिवार के सदस्य जुटे हैं. बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी से यह आयोजन ऐतिहासिक बनता दिख रहा है. राष्ट्रीय एकता, प्राणी मात्र के कल्याण और विश्वशांति के लिए किए जा रहे इस भव्य आध्यात्मिक आयोजन का मार्गदर्शन शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा किया जा रहा है. यह कार्यक्रम नारी सशक्तिकरण वर्ष के अंतर्गत हो रहा है जिसमें दिन में धार्मिक अनुष्ठान होंगे व शाम को संगीतमय प्रवचन होगा. शांति पूर्ण तरीके से आध्यात्मिक वातावरण में होने वाले इस आयोजन की सफलता को लेकर व्यापक व्यवस्था की गई है और भव्य पंडाल बनाया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है