विजयीपुर. अपहृत दो युवकों को छुड़ाने गयी पुलिस पर अपहर्ताओं ने लाठी-डंडे व ईंट से हमला कर दिया. वहीं, पुलिस की गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया. हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गये. हालांकि, पुलिस ने दोनों अपहृत युवकों को अपहर्ताओं के चंगुल से छुड़ाते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. बताया गया कि स्थानीय थाना क्षेत्र के वीरवट गांव से शुक्रवार की सुबह दो युवकों का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया. इसकी सूचना अपहृत युवक की मां बसीरन खातून ने विजयीपुर थाने पर देते हुए हंकारपुर गांव के सोनू सिंह एवं पांच अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज करायी. बताया कि शुक्रवार की सुबह में उसका बेटा फिरोज अंसारी एवं उसके ही गांव का गोल्डन कुमार दरवाजे पर थे कि इसी बीच सोनू सिंह पांच अज्ञात लोगों के साथ बाइक से आया और दोनों का अपहरण कर लेकर चला गया. मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी.
पुलिस के बगीचे में पहुंचते ही महिलाओं समेत लोगों ने बोला हमला
दोनों युवकों के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अभी इधर-उधर पूछताछ कर ही रही थी कि सूचना मिली कि अपहृत दोनों युवकों को हंकारपुर गांव के पास एक बगीचे में बांध कर रखा गया है. सूचना मिलते ही विजयीपुर थानाध्यक्ष सूरज कुमार शर्मा, अपर थानाध्यक्ष प्रमोद पुष्प, एएसआइ अशोक कुमार अपने दल के साथ हंकारपुर गांव के पास बगीचे में पहुंचे, जहां देखा कि सोनू सिंह, राहुल सिंह, जयपाल सिंह, कुनाल सिंह, अमित सिंह, अनिकेत सिंह, सोनू गुप्ता लाठी-डंडे व रॉड लेकर खड़े हैं. पुलिस बल के सहयोग से जब अपहृत दोनों युवकों को छुड़ाने का प्रयास किया गया, तो उक्त सभी लोगों ने हमला कर दिया. वहीं आवाज सुनकर दो महिलाएं एवं 10-12 अज्ञात लोगों भी पहुंचे और सभी गाली-गलौज करते हुए पुलिस पदाधिकारियों पर हमला कर दिया तथा सरकारी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया जिसमें वहां मौजूद पुलिस पदाधिकारी, सिपाही एवं चौकीदार घायल हो गये. पुलिस ने किसी तरह हमलावरों से बचते हुए दोनों अपहृत युवकों को सकुशल मुक्त कराते हुए सोनू सिंह एवं राहुल सिंह को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों एवं फरार अन्य अभियुक्तों के अलावा 12 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन में जुटी है. वहीं गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों को शनिवार को जेल भेज दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है