फुलवरिया. श्रीपुर थाना क्षेत्र के मगहां गांव में एक सप्ताह पूर्व हुए दिव्यांग सब्जी विक्रेता लक्ष्मी निवास सिंह हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल दो आरोपितों को मीरगंज से गिरफ्तार किया है. शनिवार को हथुआ एसडीपीओ आनंद कुमार गुप्ता व श्रीपुर थानाध्यक्ष नेहा कुमारी ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी और गिरफ्तारी की पुष्टि की. प्रेस वार्ता के दौरान एसडीपीओ ने बताया कि मृतक लक्ष्मी निवास सिंह की बड़ी बेटी के देवर रूपेश सिंह की नजर उसकी छोटी बेटी पर थी. वह उससे विवाह करना चाहता था, लेकिन लक्ष्मी निवास सिंह को यह रिश्ता मंजूर नहीं था. उन्होंने इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया था और इसी बात को लेकर लक्ष्मी निवास सिंह और रूपेश सिंह के बीच कई बार विवाद भी हुआ था. एसडीपीओ ने बताया कि इसी को लेकर घटना से कुछ दिन पहले लक्ष्मी निवास सिंह ने रूपेश सिंह को गाली-गलौज की थी और उसे धमकाया भी था. सब्जी विक्रेता लक्ष्मी निवास सिंह के गाली-गलौज व धमकी से नाराज होकर कटेया थाना क्षेत्र के नियामत गुरियाव गांव के निवासी स्व. मैनेजर सिंह के पुत्र रूपेश सिंह ने अपने मित्र लोहटी गांव निवासी शंभू पांडेय के पुत्र विकास पांडेय के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची. साजिश के तहत बीते सप्ताह रात के समय दोनों बथान में पहुंचे, जहां लक्ष्मी निवास सिंह सो रहे थे. मौका पाकर दोनों ने धारदार हथियार से उनकी गला रेतकर निर्ममता से हत्या कर दी और फरार हो गए. घटना के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गयी थी. परिजनों ने तुरंत श्रीपुर थाने में शिकायत दर्ज करायी. मृतक की पत्नी प्रेमशीला देवी ने प्राथमिकी दर्ज कराकर न्याय की गुहार लगायी थी.
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