गोपालगंज. अप्रैल माह में ही सूरज आग बरसाने लगा है. इस कारण से रविवार को इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा. गोपालगंज समेत पूरे उत्तर बिहार में पछुआ हवा इतनी तेज रही कि लोग घरों से बाहर नहीं निकल सके. बहुत जरूरी होने के बाद ही लोग घरों से बाहर निकले. गर्म हवा के कारण लोगों में बेचैनी दिख रही है. अक्तूबर से अब तक बारिश नहीं होने और मौसम के शुष्क रहने के कारण तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
दोपहर में सड़कों पर पसरा सन्नाटा
दोपहर में शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसर गया. पंखा भी गरम हवा देने लगा. एसी जिनके घरों में है, उनको राहत रही. बाकी लोग गर्मी के थपेड़े को झेल रहे. अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय के अनुसार, अब गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. सोमवार से बादलों की आवाजाही के आसार है. जबकि पश्चिमी विक्षोभ अगर कमजोर नहीं पड़ा, तो गुरुवार को हल्की बारिश भी हो सकती है. इस सप्ताह के अंत तक तापमान के 39 डिग्री के नीचे पारा बने रहने की संभावना है. इस कारण से चिलचिलाती धूप और झुलसा देने वाली गर्मी से सामना हो रहा है.
अप्रैल में रहेगी ज्यादा गर्मी
मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय की मानें, तो न्यूनतम तापमान में अब बढ़ोतरी होनी शुरू होगी. रविवार को तापमान 39.2 डिग्री के पार पहुंच जायेगा. वहीं रात में न्यूनतम तापमान 24 घंटे में रात का पारा 2.5 डिग्री बढ़ कर 23.8 डिग्री पर पहुंच गया. आर्द्रता 27 प्रतिशत, तो पछुआ हवा 10.4 किमी की रफ्तार से चलती रही. अगले सप्ताह में बादलों की आवाजाही के बीच तापमान 25 से 38 डिग्री के बीच रह सकता है.
तेज धूप से चकराया सिर, बढ़ी घबराहट
तेज धूप लोगों को परेशान कर रही है. सिर चकराने, बीपी गड़बड़ाने सहित अन्य समस्याएं सामने आने लगी हैं. ऐसे में घबराहट भी बढ़ रही है. उपचार और बचाव की सलाह लेने के लिए पीड़ित लोग सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं. चिकित्सक उन्हें इलाज करने के साथ जरूरी सावधानियां अपनाने की सलाह भी दे रहे हैं. बढ़ती गर्मी के कारण शरीर का तापमान बढ़ रहा है. ब्लड प्रेशर (बीपी) भी बढ़ रहा है. डिहाइड्रेशन के मामले भी बढ़ रहे हैं. लोग चक्कर आना, जी मिचलाना और सिरदर्द की शिकायत कर रहे हैं. अस्पतालों में रविवार को कुल 1076 मरीज पहुंचे. पर्चा और दवा वितरण काउंटरों के अलावा चिकित्सकों के कक्ष सामने मरीजों की लंबी कतारें लगी रहीं. इनमें बुखार के 271, सांस में दिक्कत के 282 तथा डायरिया के 33 मरीज आए. ब्लड प्रेशर की समस्या लेकर 80 मरीज पहुंचे. इसके अलावा अन्य बीमारियों के मरीज आये.जिला प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जिलावासियों के लिए गर्मी को लेकर एडवाइजरी जारी की गयी है. डीएम प्रशांत कुमार सीएच ने अपील की है कि गर्म हवा-लू से रक्षा के लिए पूर्व से ही तैयारी करें, जिससे इससे बचा जा सके.गर्मी में यह रखें ख्याल
-जितनी बार हो सके पानी पीएं, बार-बार पानी पीएं. सफर में अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें.-जब भी बाहर धूप में जाएं, यथासंभव हल्के रंग के, ढीले-ढाले एवं सूती कपड़े पहनें. धूप के चश्मे का इस्तेमाल करें. गमछे या टोपी से अपने सिर को ढकें और हमेशा जूता या चप्पल पहनें.
-हल्का भोजन करें. अधिक पानी की मात्रा वाले मौसमी फल जैसे- तरबूज, खीरा, ककड़ी, खरबूजा, संतरा आदि का अधिकाधिक सेवन करें.– घर में बने पेय पदार्थ जैसे- लस्सी, नमक-चीनी का घोल, छाछ, नींबू-पानी, आम का पन्ना आदि का नियमित सेवन करें.
– अपने दैनिक भोजन में कच्चा प्याज, सत्तू, पुदीना, सौंफ तथा खस को भी शामिल करें.– जानवरों को छांव में रखें एवं उन्हें भी खूब पानी पीने को दें.
-रात में घर में ताजी और ठंडी हवा आने की व्यवस्था रखें.- तापमान में परिवर्तन के बारे में विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों से लगातार जानकारियां लेते रहें.-अगर तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आये, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
लू लगने पर क्या करें
-लू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें. अगर उनके शरीर पर तंग कपड़े हों, तो उन्हें ढीला कर दें अथवा हटा दें.
-लू लगे व्यक्ति का शरीर ठंडे गीले कपड़े से पोछें या ठंडे पानी से नहलाएं.-उसके शरीर के तापमान को कम करने के लिए कूलर, पंखे आदि का प्रयोग करें.
– उसकी गर्दन, पेट एवं सिर पर बार-बार गीला तथा ठंडा कपड़ा रखें.-उस व्यक्ति को ओआरएस, नींबू-पानी, नमक-चीनी का घोल, छाछ या शर्बत पीने को दें, जो शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सके.– लू लगे व्यक्ति की हालत में यदि एक घंटे तक सुधार न हो, तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएं.
क्या न करें
-जहां तक संभव हो, कड़ी धूप में बाहर न निकलें.
-अधिक तापमान में बहुत अधिक शारीरिक श्रम न करें.-चाय, कॉफी जैसे गर्म पेय तथा जर्दा, तंबाकू आदि मादक पदार्थों का सेवन कम से कम करें अथवा न करें.
-ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन जैसे- मांस, अंडा व सूखे मेवे, जो शारीरिक ताप को बढ़ाते हैं, का सेवन कम करें अथवा न करें.– यदि व्यक्ति गर्मी या लू के कारण उल्टियां करें या बेहोश हों तो उसे कुछ भी खाने-पीने को नहीं दें.
-बच्चों को बंद वाहनों में अकेला न छोड़ें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है