गोपालगंज. जिले के शिक्षक महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. गुरुवार की शाम जिला शिक्षा विभाग की ओर से एक पत्र जारी करते हुए 33 शिक्षकों को पदमुक्त करने के साथ वेतन वसूली करने का निर्देश दिया गया. इस कार्रवाई की जद में 33 शिक्षक ही नहीं बल्कि 227 शिक्षक हैं, जिन पर शिक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है. ये सभी शिक्षक बिना रिक्ति के जिला अपीलीय प्राधिकार के आदेश से नियुक्त हुए थे. राज्य अपीलीय प्राधिकार के आदेश पर इन शिक्षकों को सेवामुक्त कर नियुक्ति की तिथि से अब तक दिये गये वेतन की राशि वसूल की जायेगी.
राज्य अपीलीय प्राधिकार ने शिक्षकों की अपील को किया खारिज
दरअसल, जिला अपीलीय प्राधिकार के आदेश पर बिना रिक्ति के नियुक्त हुए शिक्षकों के मामले में राज्य अपीलीय प्राधिकार ने सुनवाई करते हुए इन शिक्षकों को सेवामुक्त कर वेतन मद में दी गयी राशि वसूलने का निर्देश दिया था. गोपालगंज जिले में ऐसे 227 शिक्षक थे. इनमें से 33 शिक्षक हाइकोर्ट में अपील के लिए चले गये, जहां से इस मामले को राज्य अपीलीय प्राधिकार में भेजा गया. राज्य अपीलीय प्राधिकार ने इन शिक्षकों की अपील को खारिज करते हुए पूर्व के आदेश को यथावत रखा और शिक्षकों को सेवामुक्त कर वेतन वसूली का निर्देश दिया. इसके बाद शिक्षा विभाग ने पत्र जारी करते हुए 25 मार्च तक शिक्षकों को सेवामुक्त करने का निर्देश दिया.
10 मार्च को जारी हुई थी 227 शिक्षकों की सूची
जिला शिक्षा विभाग की ओर से बीते 10 मार्च को 227 वैसे शिक्षकों की सूची जारी की गयी, जो बिना रिक्ति के जिला अपीलीय प्राधिकार के आदेश पर नियुक्त हुए थे. इस सूची को जारी करते हुए डीइओ ने सभी बीईओ को निर्देश दिया था कि वे सूची में अपने प्रखंड के शिक्षकों के नाम का सत्यापन कर जिला कार्यालय को सूचित करें. मालूम हो कि जिन शिक्षकों पर कार्रवाई होनी है, उनमें सबसे अधिक सिधवलिया प्रखंड में 40 शिक्षक हैं. इसके अलावा बैकुंठपुर प्रखंड में 44, बरौली प्रखंड में 40, मांझा प्रखंड में 37, हथुआ प्रखंड में 13, विजयीपुर प्रखंड में 13, पंचदेवरी प्रखंड में दो, सदर प्रखंड में छह, भोरे प्रखंड में तीन, फुलवरिया प्रखंड में 10, थावे प्रखंड में सात तथा अन्य प्रखंड में चार शिक्षक कार्यरत हैं.
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